भारतीय मजदूर संघ के 67 वें स्थापना दिवस के अवसर पर भारतीय मजदूर संघ जिला बालोद द्वारा खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ राजहरा शाखा में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें खदान मजदूर संघ के नियमित कर्मचारि और ठेका श्रमिक , राजहरा टाउनशिप के सुरक्षा गार्ड,आईओसीएल के ठेका श्रमिक शामिल हुए। भारतीय मजदूर संघ के स्थापना दिवस को भारतीय रिती निती के साथ संगोष्ठी आयोजित कर धूमधाम से मनाया गया। उपस्थित साथियों को सर्वप्रथम राजहरा शाखा के सचिव लखन लाल चौधरी ने संबोधित कर भारतीय मजदूर संघ के बारे में जानकारी दी और और सभी को अपने कार्य को पुरी ईमानदारी और निष्ठा से करने को कहा, उसके बाद उपाध्यक्ष अजित कुमार मलिक ने अपनी बात रखी और आज के दिन सभी साथियों के लिए गौरवशाली बताया, प्रमुख वक्ता के रूप में जिला मंत्री मुश्ताक अहमद अंसारी विस्तार से अपनी बात रखते कहा कि भारतीय मजदूर संघ : एक राष्ट्रवादी श्रम संगठन है |
भारतीय मजदूर संघ भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय श्रमिक संगठन है। इसकी स्थापना भोपाल में महान विचारक स्व. दत्तोपन्त ठेंगड़ी द्वारा प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के जन्मदिवस २३ जुलाई १९५५ को किया गया था।। यह देश का पहला मजदूर संगठन है, जो किसी राजनैतिक दल की श्रमिक इकाई नहीं, बल्कि मजदूरों का, मजदूरों के लिए, मजदूरों द्वारा संचालित अपने में स्वतंत्र मजदूर संगठन है। स्थापना के पश्चात द्रुत गति से उन्नति करते हुए आज यह देश में सर्वाधिक सदस्य संख्या वाला मजदूर संगठन है।
भारतीय मजदूर संघ ने अपने स्थापना के 52 वर्ष पूरे होने पर एक करोड़ से अधिक सदस्यता तथा पांच हजार से अधिक यूनियनों के साथ देश का पहले नम्बर का केन्द्रीय श्रमिक संगठन बना । भारतीय मजदूर संघ का कार्य भारत के 32 राज्यों तथा 44 उद्योगों में है। यह 1989 की सदस्यता सत्यापन के आधार पर पहली बार 1996 में देश का नम्बर एक मजदूर संगठन घोषित हुआ। वर्ष 2002 की सदस्यता सत्यापन के अन्तरिम परिणाम की घोषणा के अनुसार भारतीय मजदूर संघ 62 लाख से भी अधिक संख्या के साथ अब भी देश का सबसे अधिक सदस्यों वाला मजदूर संगठन है।
भारतीय मजदूर संघ की स्थापना से पहले मजदूर संगठन राजनीतिक पार्टियों से सम्बन्धित थे तथा पार्टी के मजदूर संगठन के रूप में कार्य करते थे। प्रारम्भ में अन्य मजदूर संगठनों का विरोध तथा व्यंग्य भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं को सहना पड़ता था, लेकिन भारतीय मजदूर संघ ने एक गैरराजनीतिक श्रमिक संगठन के रूप में अपना कार्य प्रारंभ किया । भारतीय मजदूर संघ ने अन्य मजदूर संगठनों से हटकर कई नये नारे तथा विचार श्रमिकों के सामने रखे। “भारत माता की जय” का उद्घोष पहली बार श्रमिक आन्दोलन में हुआ।
भारतीय मजदूर संघ के मुख्य सन्देश :
🔸 देश हित में करेंगे काम, काम के लेंगे पूरे दाम।
🔸 बी.एम.एस. की क्या पहचान, त्याग-तपस्या और बलिदान।
🔸 राष्ट्र का औद्योगिकीकरण, उद्योगों का श्रमिकीकरण, श्रमिकों का राष्ट्रीयकरण.
17 सितम्बर विश्वकर्मा जयन्ती को राष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाना तय किया गया। भारतीय मजदूर संघ का मानना है कि भगवान विश्वकर्मा दुनिया के पहले शिल्पकार थे, इसलिए उनकी जयन्ती से बढ़कर श्रमिकों के लिए कोई और मजदूर दिवस नहीं हो सकता। और कहा कि सभी भारतीय मजदूर संघ के सदस्यों के लिए आज का दिन गौरन्वीत होने का है। और सभी को आज प्रण लेना है कि हम पुरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ संगठन हित में कार्य करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन बालोद जिला उपाध्यक्ष रामेश्वर साहु और आभार प्रदर्शन राजहरा शाखा के अध्यक्ष किशोर कुमार मायती ने किया तत्पश्चात सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर आयुर्वेद उद्यान में स्थापना दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण किया।
ईस अवसर पर मुख्य रूप से रामेश्वर साहु, किशोर कुमार मायती, लखन लाल चौधरी, अजीत मलिक, राजेंद्र राजपूत,संजय यादव, लिमेश नायक, महेन्द्र साहू, गजेन्द्र ठाकुर, अशोक भुआर्य एवं खदान के ठेका श्रमिक, राजहरा टाउनशिप के सुरक्षा गार्ड, आईओसीएल के ठेका श्रमिक एवं अन्य नियमित कर्मचारि और ठेका श्रमिक बन्धु उपस्थित थे |