जगदलपुर । वर्तमान भागदौड़ भरी जीवनशैली में शाररिक एवं मानसिंक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए योगा का महत्व बढ़ता जा रहा है। इसके लिए प्रशिक्षित योग शिक्षकों की आवश्यकता है जो योगा को पूरी पारदर्शिता एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत कर सके। इस संबंध में छाीसगढ़ योग एसोसिएशन एवं भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अधीन योग सर्टिफिकेशन बोर्ड द्वारा योग शिक्षक, प्रशिक्षण कोर्स का आरंभ किया गया है, जिसके माध्यम से प्रतिभागियों को योग थ्योरी और प्रैटिकल की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण के बाद प्रतिभागी कुशल योग शिक्षक बनकर दूसरों को योग का प्रशिक्षण देने के साथ वे स्वयं भी आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इस प्रशिक्षण के बाद योग शिक्षक के रूप में रानू पाणिग्रही का भी चयन किया गया है। अब रानू पाणिग्राही जिले के बस्तर विकास खण्ड मुयालय के प्राथमिक शाला में कई लोगों को योग का प्रशिक्षण दे रही है। रानू पाणिग्राही ंने बताया कि बस्तर कई लोगों को प्रेटिकल के तौर पर सात दिवसीय योगा का प्रशिक्षण भी दे रही है। उनका कहना है कि वर्तमान में खुद को स्वस्थ रखना किसी चुनौती से कम नहीं जबकि योग शरीर के साथ मन को भी स्वस्थ रखने का बेहतर विकल्प है। ऐसे में योग शिक्षक के महती भूमिका को रोजगार के संभावनाओं के रूप में देखा जा रहा है यह काफी महत्वपूर्ण है और इसका हिस्सा बनकर वह खुश है।