दल्लीराजहरा – भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा राजहरा माइंस के कर्मचारियों एवं स्थानीय नागरिकों के बच्चों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था हेतु डी.ए.व्ही. इस्पात सीनि. सेके. स्कूल को सन् 2010 में राजहरा माइंस में लाया गया था। जिन्हें शिक्षा व्यवस्था संचालित करने के लिए दो स्कूलों को दिया गया है। इन दो भवनों में एक प्रायमरी विंग एवं दूसरा हायर सेकेण्ड्री विंग संचालित हो रही है। कुछ वर्षों तक स्कूल का रखरखाव मेन्टेनेंस एवं अनुशासन बहुत अच्छे ढंग से चल रहा था। जिससे बच्चों का परीक्षा परिणाम भी उत्कृष्ठ रहा। लेकिन विगत दो वर्षों में स्कूल की भवनों का देखरेख नहीं होने की वजह से आज भवन जर्जर अवस्था में पहुँच चुका
है। बच्चों के क्लास रूम से लेकर टायलेट, गार्डन खेल मैदन जर्जर हो चुके हैं। विगत कुछ समय से स्कूलों में अध्यापन कार्य कोरोना संक्रमण के कारण बंद है। इसके बावजूद प्रबंधन शिक्षकों का वेतन एवं वहाँ का समस्त स्टाफ का वेतन चाहे व सफाई। कमी हो या सुरक्षा गार्ड, समस्त कर्मचारियों का वेतन प्रबंधन नियमित रूप से देते आ रही है। आज निरीक्षण में यह पाया गया कि प्रबंधन द्वारा स्कूल को सभी तरह की राशि दी जा रही है परन्तु स्कूल प्रबंधन की लापरवाही एवं अनदेखी से स्कूल के दोनों भवन जर्जर हालत में जा चुके हैं। चारों तरफ गंदगी ही गंदगी दिखती है। ऐसे में यदि आज स्कूल चालू करने का यदि विचार प्रबंधन करता भी है तो स्कूल की बदत्तर स्थिति को देखते हुए पालक अपने बच्चों को स्कूल भेजने में डरेंगे, क्योंकि एक तरफ लोगों को कोरोना का डर है, तो दुसरी तरफ गन्दगी से. पालकगण वैसे भी घबराये हुए हैं। बी.एस.पी. प्रबंधन से दोनों स्कूलों के अंदर के फोटोग्राफ भेजे गये है, जिस पर प्रबंधन तुरन्त उचित कार्यवाही करे।
संयुक्त खदान मजदूर संघ, प्रबंधन से यह अपील करता है कि प्रबंधन स्कूल के शिक्षकों के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही है, परन्तु स्कूल प्रबंधन के कुछ लापरवाह लोगों की वजह से स्कूल अनुशासन की व्यवस्था बहुत ही खराब होती जा रही है। जिसका खामियाजा यहाँ के कर्मचारी एवं आम नागरिकों को उठाना पड़ रहा है। स्कूल की जर्जर हो गई स्थिति एवं अनुशासनहीनता यहाँ के कर्मचारी एवं पालकों में काफी आक्रोश है।
अतः संयुक्त खदान मजदूर संघ प्रबंधन से यह माँग करती है कि स्कूल खोलने से पहले स्कल के सभी क्लास रूप, बाथ रूम, वासिंग रूम, गार्डन एवं पेयजल की व्यवस्था को दुरूस्त कर क्लास संचालित करें।