जगदलपुर।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप के बयान पर पलटवार करते हुए छ. ग.प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि पूर्व शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप का कार्यकाल स्वमेव मुन्नीबाई प्रकरण,वर्ष 2014 में हुए सीधी भर्ती घोटाले और शिक्षाकर्मियों की पदोन्नति घोटाले से परिपूर्ण रहा है। सीधी भर्ती घोटाले में जिला प्रशासन द्वारा आरक्षण रोस्टर का पालन न कर अंचल के आदिवासियों के साथ छल के लिए सीधे तौर पर चयन समिति के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया गया है। जिस पर प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा कार्यवाही भी की गई और यह प्रकरण आज भी माननीय उच्च न्यायालय छ.ग. बिलासपुर में लंबित है। इन सब घोटालों पर बस्तर की जनता के सवाल आज तक अनुत्तरित हैं इसलिए बेहतर होगा कि भाजपा के शीर्ष नेता बस्तर में होने वाले चिंतन शिविर पर इन घोटालों पर चर्चा कर इसका जवाब बस्तर की जनता को दें ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के लोग भाजपा का 15 वर्षो का काला कार्यकाल भूले नहीं है।झीरम कांड,अंखफोड़वा कांड, गर्भाशय कांड, नसबंदी कांड, झलियामारी कांड, मीना खल्खो कांड, सारकेगुड़ा, एड़समेटा, पेद्दागेलूर जैसी घटनाओं को छत्तीसगढ़ के लोग अभी भूले नहीं है। भाजपा को कांग्रेस पर टिप्पणी करने की नहीं आत्मचिंतन करने की जरूरत है। भाजपा को अब बताना चाहिये कि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा में जब पर्यवेक्षक बन कर छत्तीसगढ़ आये थे और एकात्म परिसर में आगजनी हुयी थी, तोड़फोड़ हुयी थी,वो क्या था?भाजपा ने जिस तरीके से नंदकुमार साय को मरवाही से चुनाव लड़ा कर उनके राजनैतिक भविष्य को चौपट करने की साजिश की वो क्या था? भाजपा में 15 वर्ष तक रमन सिंह जी ने जनाधार वाले सामर्थ्यवान नेताओं को दरकिनार करने और किनारे रखने के लिए जो कुछ किया, वह क्या था? भाजपा अब अपने आंतरिक मामलों को देखे जहां भाजपा नेता अपना वर्चस्व बनाये रहने के लिये खाई और खंदक की लड़ाई लड़ रहे हैं।भाजपा को कांग्रेस पर टीका टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि 70 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत वाली प्रदेश सरकार का हर निर्णय छत्तीसगढ़ वासियों के सर्वोत्तम हित को सामने रख कर लिया जा रहा है जिसे जनता का पूर्ण समर्थन भी प्राप्त है।