उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शनिवार को कोंटा में किया जनसभा को संबोधित

0
150

जगदलपुर। मध्यप्रदेश के समय और छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद बस्तर में आदिवासियों की मौत उल्टी दस्त, मलेरिया और कुपोषण से होती थी। जबसे भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने हैं तबसे इन बिमारियों से मौत का सिलसिला बंद हो गया है। आदिवासी बच्चे कमजोर होते हैं उन्हें मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री अंडा दे रहे हैं। सलवा जुडूम के समय पूरा क्षेत्र अशांत और बर्बाद हो गया था अब सुकमा जिला शांति का गढ़ बन रहा है। उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शनिवार को कोंटा में जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने नगरवासियों को सौगात देते करोड़ों के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। नगर पंचायत कोंटा के वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कोंटा क्षेत्र के स्थानीय कुछ नेताओं का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि रमन सरकार के समय चंदाखोरी जमकर चल रही थी। रायपुर, दिल्ली जाने के नाम पर झूठ बोलकर चंदा वसूला जा रहा था यहां तक कि गुरूजी, आश्रम अधीक्षक और किराना व्यापारियों से भी वसूली करते थे। उनके शासन में अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षा में तैनात जवान ही नजर आते थे लेकिन अब 150 किमी दूर किस्टाराम के अस्पताल में डॉक्टर और नर्स रहते हैं और वहां िडलीवरी भी होती है। यह व्यवस्था मुख्यमंत्री के द्वारा ऐसे क्षेत्रों में की जा रही है जहां लोग रहते नहीं थे।

लखमा ने क्षेत्रवासियों को आश्वस्त करते कहा कि भूपेश सरकार के कार्यकाल का 2 साल बचा है बहुत काम होगा। जो काम बचा है वह सब काम करेंगे। रोड, तालाब, स्कूल, गुरूजी सब पर ध्यान दिया जाएगा। हमारी सरकार ने प्राचार्य की भर्ती किया अब गुरूजी और पुलिस में भी भर्ती होगा। इसमें स्थानीय लोगों को ही भर्ती करेंगे। बाहर से कोई भी नहीं आएगा।

मंत्री ने कहा कि गोठान का काम छग के अन्य इलाकों में अच्छे से चल रहा है लेकिन हमारे क्षेत्र में कम है। मेरा कहना है हर गांव में गोठान होना चाहिए जिससे महिला स्व सहायता समूह और स्थानीय लोग काम से जुड़ेंगे जिन्हें आर्थिक लाभ मिलेगा। इस मौके पर नगर पंचायत कोंटा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षद, नागरिक और दूर दराज से आए पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद थे।