दल्ली राजहरा :- छत्तीसगढ़ बौद्ध समाज द्वारा डॉ.अंबेडकर संस्कृतिक भवन पुराना बाजार में धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस धूमधाम से मनाया गया । प्रातः काल समाज के अध्यक्ष गुलाब मेश्राम ,महिला मंडल की अध्यक्ष शशि चुनारकर ,समाज के संरक्षक जी.एस. खोबरागड़े ,पूर्व अध्यक्ष डॉ.जे.डी. गजभिए, कार्यकारी अध्यक्ष पवन मेश्राम सहित समस्त पदाधिकारियों ने अंबेडकर सांस्कृतिक भवन पुराना बाजार एवं अंबेडकर शिशु मंदिर सुभाष चौक में पंचशील एवं नीले झंडे का ध्वजारोहण किया तत्पश्चात उपस्थित उपासक उपासिकाओ ने त्रिशरण पंचशील का पाठ कर वंदना की। सायंकाल मुख्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित नगर पालिका दल्ली राजहरा के अध्यक्ष शीबू नायर विशिष्ट अतिथि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक बांबेश्वर ,विशेष अतिथि नगर पालिका की पार्षद श्रीमती टी. ज्योति, पार्षद चंद्र कुमार बोरकर , संरक्षक जी .एस .खोबरागडे , समाज के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जे.डी .गजभिए ,अनिल खोबरागडे एवं समाज के अध्यक्ष गुलाब मेश्राम की अध्यक्षता एवं समाज प्रमुखों की उपस्थिति में वंदना कक्ष का लोकार्पण किया तत्पश्चात सामूहिक वंदना की गई।
इस अवसर पर उपस्थित उपासक उपासिकाओ को संबोधित करते हुए समाज के संरक्षक जी एस खोबरागड़े ने बाबासाहेब के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के साथ धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर विस्तार से जानकारी दी । दल्ली राजहरा नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ बौद्ध समाज की बड़ी भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन एवं नए भारत के निर्माण में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । तत्कालीन समाज में दलितों से हो रहे छुआछूत ,भेदभाव एवं उत्पीड़न से मुक्ति दिलाने के लिए बाबासाहेब डॉ. अंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाकर धम्म चक्र प्रवर्तन किया । विशिष्ट अतिथि अशोक बांबेश्वर ने बाबासाहेब का पुण्य स्मरण करते हुए उन्हें सिंबल ऑफ नॉलेज एवं सविधान पिता बताया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि पार्षद टी.ज्योति ,पार्षद चंद्रप्रकाश बोरकर , पूर्व अध्यक्ष डॉ . जे. डी . गजभिए ,पूर्व अध्यक्ष अनिल खोबरागडे, कार्यकारी अध्यक्ष पवन मेश्राम ने संबोधित किया। समाज
की प्रतिभाशाली छात्रा कुमारी तृप्ति खोबरागड़े ने बाबासाहेब आंबेडकर के धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस पर अपनी स्व लिखित कविता प्रस्तुत की ।समाज अध्यक्ष गुलाब मेश्राम ने मुख्य अतिथि को मांग पत्र सौपते हुए अध्यक्षीय भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन दीनदयाल रंगारी एवं आभार प्रदर्शन अमित बांबेश्वर ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से ईश्वर खोबरागडे ,अरूण उके ,पवन खोबरागडे, मदन चुनारकर, अनिल रामटेके, विकास खोबरागड़े ,बंटी रंगारी, ओमप्रकाश खोबरागड़े मुरली रंगारी, राजेंद्र मेश्राम ,जैनेंद्र श्रीरंगे, राजू रामटेके, निखिल जयंवते ,छत्तीसगढ़ बौद्ध महिला मंडल की अध्यक्षा शशि चुनारकर,पूर्व अध्यक्ष माया मेश्राम, गोदावरी खोबरागडे ,आशा गजभिए, शबनम खोबरागडे ,सुजाता मेश्राम ,प्रतिभा खोबरागडे ,लता मेश्राम, ममता भोयर, सीमा अलमोरे, संध्या दहीवेले ,रानू मेश्राम, वृंदा बाई ,नंदा, आदि उपस्थित थे।