जगदलपुर
छत्तीसगढ़ शासन की योजना विश्वास, विकास, सुरक्षा त्रिवेणी कार्य योजना के तहत बस्तर संभाग में बस्तर पुलिस ने तीन वर्षों में 36 नए नवीन कैम्प खोले जाने की बात बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने बताई है. इन कैंपों को खोले जाने का सबसे बड़ा कारण यह है कि नक्सलियों के गतिविधियों पर कड़ी कार्यवाही किया जा सके. इसके लिए एक वर्ष के अंदर ही 14 नवीन केम्प खोले गए है.
आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में तैनात छत्तीसगढ़ पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के साथ ही सशस्त्र सुरक्षा बल द्वारा अच्छे कार्य करते हुए नक्सल क्षेत्रों के साथ ही नक्सलियों के ऊपर कार्यवाही किया जा सके, इसी मंशा पर बेहतर कार्य करने के साथ ही शांति व्यवस्था बनाये रखने व रुके हुए विकास को बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है. जिसमें वर्ष 2021 में नक्सल विरोधी अभियान के साथ ही क्षेत्र की जनता के अनुसार विकास कार्य करते हुए 14 नवीन सुरक्षा केप को खोला गया.
आईजी सुन्दरराज ने बताया कि वर्ष 2021 में अपराध एवं कानून व्यवस्था, नक्सल विरोधी अभियान जैसे महत्त्वपूर्ण मसलों के साथ कोविड-19 महामारी जैसी चुनौतियों को शांतिपूर्वक ढंग से निपटने में बस्तर पुलिस ने संवेदनशीलता एवं धैर्य के साथ सामना किया जिसके तहत क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने में काफी हद तक सफलता मिली. हालाँकि, बस्तर संभाग में 2018 की तुलना में 2019 में पंजीबद्ध अपराधों में 5% की वृद्धि, इसी प्रकार 2020 में 4% की वृद्धि हुई, वहीँ 2021 में अपराध की दर में 3% की वृद्धि हुई जिससे यह साबित होता है कि अपराध के दरों में लगातार कमी हुई है. हालाँकि, हत्या के प्रयास, लूट, लज्जा भंग, बलवा, मारपीट, दहेज़ प्रताड़ना, दहेज़ मृत्यु जैसे मामलों में कमी आई है किन्तु, हत्या, नकबजनी, चोरी, अपहरण, धोखाधड़ी जैसे मामलों में आंशिक वृद्धि भी हुई है.
बस्तर के रेखाघाटी, दंतेवाड़ा के नहाड़ी, कोंडागांव के पुंगारपाल, बीजापुर के गलगम, नुगूर, जैगूर, मिनकापल्ली, नारायणपुर, कांकेर के अंजरेल, सुकमा के बड़ेसेट्टी, मुकरम नाला, मनकापाल, सिलगेर मोकुर, कोलाईगुड़ा व करीगुडम में नए कैम्प खोले गए हैं, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बनाये जा रहे सुरक्षा केम्पों को स्थानीय जनता के मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया जा रहा है, बस्तर संभाग के सुरक्षा कैम्पों को समग्रित विकास कार्य चयनित कर इन स्थानों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक प्रणाली, बिजली, बैंक, आंगनबाड़ी केंद्र और अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराते हुए क्षेत्रवासियों को शासन प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ाने का काम भी किया जा रहा है.
आज के पत्रवार्ता के दौरान आईजी के साथ बस्तर संभाग के सातों जिलों के सभी पुलिस अधीक्षक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के कमांडेंट के अलावा अति. पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, डीएसपी स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे.