जनप्रतिनिधि को भी जेब में रखते हैं प्रभारी अभियंता, जनहित से नहीं है इन्हें कोई सरोकार

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अनुभवहीन अधिकारी की नासमझी का खामियाजा भुगत रही जनता – जनप्रतिनिधि

जगदलपुर

लोक निर्माण विभाग में विगत तक़रीबन डेढ़ वर्ष से बतौर प्रभार संभाल रहे राजगुरु के ऊपर कुछ जनप्रतिनिधियों का वृहद्हस्त इस कदर हावी है की वे अपनी मीठी छुरी वाली छवि से अन्य जनप्रतिनिधियों को अपनी पदस्थापना से लेकर अब तक जेब में रखने से कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं. लेकिन इस नॉटी अधिकारी की नॉटी छवि अब कुछ जनप्रतिनिधियों व ठेकेदारों को रास नहीं आ रही है और इनकी मीठी छुरी वाली छवि की धार, कुछ जनप्रतिनिधियों और ठेकेदारों के बीच ख़त्म होने लगी है. इनकी पदस्थापना से लेकर विवादों में घिरे राजगुरु अब अपने स्तर से अपनी छवि बचाने की जद्दोजहत में लगे हुए हैं. केवल माया को ही प्राथमिकता देने वाले ये प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी जनप्रतिनिधियों के जनहित से जुड़े पत्र का जवाब आधा वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी देना जरुरी नहीं समझते, या फिर यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी की इन जनप्रतिनिधियों को ये अपनी जेब में रखते हैं.

दरअसल, तक़रीबन दो वर्ष पूर्व गुरु गोविन्द सिंह चौक से एक निजी विडियो दुकान तक प्रगति पथ में नाली निर्माण का कार्य शुरू हुआ था. तत्कालीन समय में हार्डवेयर की दूकान से लेकर उक्त चौक की दोनों ओर चौड़ी नाली के खुदाई का कार्य किया जा रहा था. इस 13 मीटर चौड़ी नाली निर्माण के कार्य के चलते सड़क संकरी हो गयी थी जिसे तत्कालीन भाजपा पार्षद सुरेश गुप्ता द्वारा रुकवा दिया गया था और इसका जमकर विरोध किया गया था. इसके बाद 17/05/2021 को कार्यपालन अभियंता के नाम इससे सम्बंधित जानकारी लेने के लिए 5 बिन्दुओं पर जानकारी चाही गयी थी, लेकिन अधिकारी राजगुरु ने जनहित से जुड़े इस सवाल का जवाब देना भी आज पर्यंत तक जरुरी नहीं समझा.

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सुरेश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि तत्कालीन समय में उक्त नाला निर्माण कार्य को अग्रसेन चौक से लेकर अनुपमा चौक तक बनाया जाएगा. इस बात की जानकारी स्वयं जिलाधीश ने तत्कालीन कार्यपालन अभियंता और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में बताई थी. इस निर्माण कार्य को एक वर्ष तक कई दफा रोड क्रासिंग लेआउट देते हुए बनायीं गयी. अप्रैल 2021 में खेतेश्वर मिठाई की दुकान से प्रारंभ किया गया जिसकी गहराई और चौड़ाई 600 मीटर रखा गया था. उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी लेने के लिए लोक निर्माण विभाग के साहू को तत्काल कॉल भी किया गया था और तीन दिन का समय दिया गया था, लेकिन आज पर्यंत वो तीन दिन कहाँ गायब हो गए ये तो साहू साहब ही बता सकते हैं. इस सम्बन्ध में गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रभारी कार्यपालन अभियंता को भी जानकारी दी लेकिन उन्होंने जनहित से जुड़े इस मुद्दे पर केवल अपनी शाख बचाने आश्वासन का हांडा खोल दिया और आज पर्यंत जवाब नहीं मिला.

सुरेश ने कहा कि तत्कालीन समय में हार्डवेयर दुकान तक जिस नाली के कार्य को रोका गया था उसे कौन सी विशेष तकनीक के तहत मिठाई दुकान की ओर बनने वाली नाली से जोड़ा जायेगा, साथ ही संकरी हो चुकी सड़क से होने वाले जनता को लाभ की जानकारी भी चाही गयी थी, इसकी भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गयी. सुरेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन प्रभारी अधिकारी को जनहित से जुड़े ऐसे विकराल मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है, ऐसे अधिकारी कांग्रेस शासन में केवल जनता का खून चूसने में आमादा है, अगर शहर का विकास चाहिए तो मूल पद के अधिकारी की यहाँ पदस्थापना की जानी चाहिए.