(अर्जुन झा)
जगदलपुर। बस्तर की आवाज़ अब दबने वाली नहीं है। इसे कोई नहीं दबा सकता। यह आवाज़ दमदारी से उठती है और बहरी व्यवस्था के कान का पर्दा फाड़ देने की ताकत रखती है। यह बात बस्तर सांसद दीपक बैज की लोकसभा और मैदानी सक्रियता ने साबित कर दी है।
सांसद दीपक बैज के एक दिन के धरने ने समलेश्वरी एक्सप्रेस बहाल करने रेलवे को मजबूर कर दिया। कोरोना काल के समय से समलेश्वरी एक्सप्रेस अब सरपट दौड़ने वाली है। नए रैक के साथ फेरे भी बढ़ गए हैं। समलेश्वरी अब सप्ताह में चार दिन बस्तर की सेवा में तैनात रहेगी।
इधर एक ताजातरीन वाकया यह सामने आया है कि बस्तर सांसद दीपक बैज द्वारा लोकसभा में अतारांकित प्रश्न लगाते ही रेल मंत्रालय लाग गया और कोरोना काल से बंद विशाखापट्टनम किरंदुल एक्सप्रेस हफ्ते में दो दिन शुरू कर दी गई है। यह रेल पहले दैनिक हुआ करती थी। सांसद दीपक बैज इसे पहले की तरह दैनिक कराने जोर लगा रहे हैं।
लोकसभा में बस्तर सांसद दीपक बैज के अतारांकित प्रश्न के जवाब में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब दिया है कि 23.03.2020 से सभी नियमित यात्री गाड़ी सेवाओं को बंद करने से पहले विशाखापट्टनम किरंदुल एक्सप्रेस दैनिक सेवा के रूप में परिचालित की जा रही थी। इस समय विशाखापट्टनम किरंदुल एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन परिचालित की जा रही है। इस गाड़ी को दैनिक सेवा के रूप में चलाने के लिए संसद सदस्य सहित अन्य लोगों से अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं। विदित है कि संसद सदस्य दीपक बैज ने रेलमंत्रालय से इस गाड़ी को फिर से दैनिक रूप से चलाने की मांग की है जिसके बारे में रेलमंत्री ने अभ्यावेदन प्राप्त होना तो अपने जवाब में स्वीकार किया लेकिन यह नहीं बताया गया है कि यह रेलसेवा दैनिक होगी कि नहीं। होगी तो कब होगी। तकनीकि तौर पर सवाल का संबंधित जवाब दिया जाता है, विस्तृत जानकारी इसमें नहीं आ पाती। उसके लिए पूरक प्रश्न की जरूरत होती है तो यहां जनता के स्तर पर रेलमंत्री से इस पूरक प्रश्न के जवाब की अपेक्षा की जा रही है कि वे बस्तर सांसद के विशाखापट्टनम किरंदुल एक्सप्रेस को दैनिक सेवा के रूप में चलाने के अभ्यावेदन पर कब यह सेवा नियमित करने जा रहे हैं।
बस्तर सांसद दीपक बैज पिछले सत्याग्रह के दौरान ही यह खुली चेतावनी दे चुके हैं कि बस्तर की बाधित रेलसेवाओं को पहले की तरह चालू करते हुए सेवाओं में विस्तार नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन करेंगे। अब सांसद दीपक बैज के नेतृत्व में विशाखापट्टनम किरंदुल एक्सप्रेस को दैनिक करने की मुहिम जोर पकड़ रही है। कहा जा रहा है कि यदि रेलवे ने जल्द ही इस रेल को पहले की तरह दैनिक नहीं किया तो बस्तर रेलवे के खिलाफ बड़े आंदोलन के लिए तैयार है।