जगदलपुर – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (बस्तर) के आईडीएसपी शाखा में पदस्थ संविदा कर्मचारी दीपक पाणिग्राही जिसे कोरोना विशेषज्ञ के रूप में बतौर कोरोना संक्रमण सलाहकार पदस्थ किया गया है. विगत कई वर्षों से कोरोना सम्बन्धी सभी मामलों में सीएमओ की सलाह से जिला कलेक्टर को सभी विषयों पर जानकारी साझा करते हैं लेकिन, कुछ दिनों पूर्व दीपक ने दुसरे की आईडी से आईसीएमआर पोर्टल में अपना ही फर्जी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट तैयार किया दिया गया, मामला प्रकाश में आने के बाद से ही विभाग में हडकंप मचा हुआ है. इधर पाणिग्राही के विरुद्ध ऍफ़आईआर किये जाने को लेकर जनपद सदस्य ने जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को पत्र प्रेषित किया है.
क्या है मामला?
स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मचारी दीपक पाणिग्राही ने आईसीएमआर पोर्टल में लैब तकनीशियन वीरेंद्र दहाड़े की आईडी खोल कर अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर उस आईडी में अपडेट किया इसके बाद 29 जनवरी 2022 को इस आईडी के माध्यम से अपने आप को कोरोना पॉजिटिव बना लिया, जबकि वीरेंद्र के अनुसार उसे इस विषय में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है.
पाणिग्राही द्वारा ऐसे कृत्य के किये जाने के बाद से ही विभाग के अन्य कर्मचारियों के बीच हडकंप मचा हुआ है. इधर शहर के कई लोग इस असमंजस और डर के माहौल में फंसे हुए हैं कि कोरोना सलाहकार दीपक ने न जाने कितने लोगों को पॉजिटिव अथवा नेगेटिव करार दे दिया गया है. सूत्र बताते हैं कि दीपक ने कई लोगों से ऐसा करने के लिए पैसे भी लिए हैं. हालाँकि, यह तो जांच का विषय है.
मामले की संजीदगी को देखते हुए जिला पंचायत सदस्य धरमुराम मंडावी ने जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कहा है कि दीपक द्वारा किया गया कृत्य घोर निंदनीय है और सीधे-सीधे 420 की धारा के अंतर्गत आता है. दीपक के द्वारा कोरोना महामारी नियमों और शासकीय नियमों की भी धज्जियाँ उड़ाई गयी है. ऐसा होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है जिसके लिए सम्बंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए.