- बकावंड की दुर्दशा के लिए आखिर कौन है जिम्मेदार?
बकावंड बस्तर जिले के सबसे जागरूक व शिक्षित विकासखंड बकावंड के विकास के प्रति किसी की कोई दिलचस्पी नहीं है। क्योंकि यहां के अधिकारी तो अधिकारी, जनप्रतिनिधि भी बकावंड की सुध लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं। यहां की दुर्दशा से आम जनता भी अपने आप को ठगी सी महसूस कर रही है। बकावंड जनपद पंचायत मुख्यालय की सड़कें व नालियां इतनी संकरी हैं और बेतरतीबी से बनाई गई हैं कि उनकी वजह से लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। सड़कों पर वाहनों का जमघट भी हादसे को निमंत्रण दे रहा है। इन सबके बीच यह बात भी सामने आ रही है कि ग्रामीण व्यवस्था को सुधारने प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी देते हैं फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है। बकावंड क्षेत्र के व्यवसायियों को राजनीतिक संरक्षण भी इसके लिए जिम्मेदार माना जाता है। किसी की जान जाए या फिर किसी को सड़क मार्ग से गुजरने का मसला हो, कोई व्यवस्था सुधारने नहीं आता। जबकि बकावंड में एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय जैसे राजपत्रित अधिकारियों के होने के बावजूद सड़कों पर अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है जनता की अपेक्षा कोई पूरी नहीं कर रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर भी व्यवस्था सुधारने के लिए कोई जिम्मेदार नहीं आ रहा है। यदि जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी ठान लें तो कोई भी बड़ा काम आसानी से हो सकता है।