जगदलपुर 19 अगस्त 2022/ संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जगदलपुर के कंगोली में कृष्ण कुंज का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कृष्ण कुंज में मौलश्री का पौधा लगाया। इस अवसर पर महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, पार्षद दयाराम कश्यप, मुख्य वन संरक्षक श्री मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर चंदन कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास, वन मंडलाधिकारी श्री डीपी साहू, नगर निगम आयुक्त दिनेश नाग सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी यहां पौधे लगाए। इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पारंपरिक वृक्षों के संरक्षण के लिए यह अभिनव पहल की है।
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में पेड़ पौधों की कमी का प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। हमारे पारंपरिक वृक्ष पर्यावरण के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं तथा इन पेड़ पौधों को विलुप्त होने से बचाना आवश्यक है। छत्तीसगढ़ शासन की इस अभिनव पहल से निश्चित रूप से इन वृक्षों को संरक्षित किया जा सकेगा और आने वाली पीढ़ी भी इनके महत्व को समझ सकेगी। उन्होंने नागरिकों से अपने पर्यावास के आसपास खाली भूमि पर वृक्षारोपण की अपील भी की। महापौर श्रीमती सफीरा साहू ने कहा कि पर्यावरण की आवश्यकता को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इसी वर्ष 26 जनवरी को कृष्ण कुंज बनाने की घोषणा की गई थी और कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यह साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पारंपरिक वृक्षों के महत्व को देखते हुए इन्हें रीति रिवाजों में भी शामिल किया गया है। कृष्ण कुंज के माध्यम से नई पीढ़ी भी इनके महत्व को समझेगी।मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक वृक्षों से सुसज्जित यह उद्यान लोगों के स्वास्थ्य और मनोरंजन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल बनेगा। यह लोगों को जीवन में वृक्षों के महत्व से भी अवगत कराएगा।कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि वृक्षारोपण पुण्य का कार्य है। इससे जनता में पर्यावरण के साथ ही जल, जंगल और जमीन के प्रति भी जागरूकता बढ़ेगी। वन मंडलाधिकारी श्री डीपी साहू ने बताया कि यहां एक एकड़ क्षेत्रफल में विकसित कृष्ण कुंज में बरगद, पीपल, नीम, कदम्ब, आम, आदि पारंपरिक और जीवनोपयोगी पौधे लगाए गए हैं। कार्यक्रम में वन विभाग और नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी के साथ ही बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।