चहेते ठेकेदारों के लिए ऐसा हथकंडा

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  • निविदा पेश करने के आखिरी दिन प्रकाशित कराया विज्ञापन
  • ग्रामीण यंत्रिकी सेवा विभाग दंतेवाड़ा ने किया l बड़ा खेल
  • फायदा पहुंचाने वाले ठेकेदारों को उपकृत करने का मामला
  • बचेली नगर पंचायत में भी अपनाया गया ऐसा ही हथकंडा
अर्जुन झा

जगदलपुर/दंतेवाड़ा। आदिवासी अंचल बस्तर में शासकीय विभागों के अधिकारियों द्वारा कुछ चहेते ठेकेदारों से सांठगांठ कर सरकारी धन की किस कदर लूट की जा रही है, इसके कई उदाहरण दंतेवाड़ा जिले में सामने आ रहे हैं . एक नया मामला इस जिले के ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग (आरईएस ) में उजागर हुआ है. विभाग में अधिकारियों के चहेते ठेकेदारों को पिछले दरवाजे से काम दिलाने टेण्डर प्रक्रिया में घालमेल किया गया है। चहेते ठेकेदारों को काम दिलाने टेण्डर जमा करने के अंतिम दिन निविदा प्रकाशित करवाई गई । इसकी शिकायत जिला कलेक्टर से की गई है.ऐसा ही हथकण्डा पूर्व में बचेली नगर पंचायत में भी अपनाए जाने की खबर है।

दंतेवाड़ा आरईएस में किए गए फर्जीवाड़ा की जानकारी मिलने के बाद कुछ अन्य ठेकेदारों ने दंतेवाड़ा कलेक्टर से शिकायत कर टेण्डर प्रक्रिया नए सिरे से पूर्ण कराने तथा मामले की जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दंतेवाड़ा जिले में आरईएस, नगरीय निकाय एवं पंचायत आदि विभागों में कमीशन के फेर में चहेते ठेकेदारों को काम दिलाने का खेल चल रहा है. आरईएस दंतेवाड़ा के मामले की शिकायत करने वाले ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि कई विभागों में अधिकारी नेता अपने चेहते ठेकेदारों को काम दिलाने में कमीशन का खेल चला रहे हैं. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग दंतेवाड़ा के माध्यम से जिला निर्माण समिति के तहत गीदम हादम पारा के कृषि विज्ञान केन्द्र में 123 लाख की लागत से बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कराया जाना है . इसके लिए नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग दंतेवाड़ा को बनाया गया है . इस निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रकाशन 13 सितंबर 2022 को कराया गया, जिसमें टेण्डर आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 19 सितंबर शाम 5 बजे निर्धारित की गई थी। नाम नहीं छापने की शर्त पर ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि निविदा क्रमांक 479/ जिनिस/ग्रा.यां.सेवा/ 2022 में निविदा जमा करने के अंतिम तिथि के पूर्व निविदा आमंत्रण विज्ञापन प्रकाशित किया जाना था, लेकिन निविदा आमंत्रण के विज्ञापन का प्रकाशन निविदा जमा करने के अंतिम दिन 19 सितंबर को कराया गया. ऐसा करके चहेते ठेकेदार को निर्माण कार्य देने का प्रयास किया गया. शिकायतकर्ता ठेकेदार इसे लेकर आरईएस कार्यालय में आपत्ति भी दर्ज करा चुके हैं। ठेकेदारों के दफ्तर पहुंचते ही वहां के जिम्मेदार अधिकारी कुर्सी छोड़ चलते बने. अधिकारी ने ठेकेदारों की एक नहीं सुनी। बचेली में भी गोलमाल जानकारी के अनुसार बचेली नगर पालिका में भी चहेते ठेकेदारों को काम दिलाकर कमीशन का खेल चल रहा है। ऐसी खबर है कि वहां भी आरईएस विभाग की तरह ही अंतिम दिनांक को निविदा प्रकाशित कर लगभग साढ़े तीन करोड़ से अधिक का कार्य चहेते ठेकेदारों को दे दिया गया. बताया जा रहा है कि यह कार्य 14वें वित्त आयोग के तहत किया जाना था. वहां 14 सितंबर को निविदा प्रक्रिया में अनियमिता कर टेण्डर देने का खेल किए जाने की खबर है। कलेक्टर से मामले की शिकायत गोपनीय ढंग से टेण्डर दिए जाने को लेकर ठेकेदारों ने दंतेवाड़ा कलेक्टर विनीत नंदनवार से मुलाकात कर मामले की शिकायत की है. मामला उजागर करने वाले ठेकेदारों ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग दंतेवाड़ा की निविदा प्रक्रिया को निरस्त कर पुनः निविदा आमंत्रण सूचना प्रकाशित कराने की मांग की है। ठेकेदारों का आरोप निराधार ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यपालन अभियंता एसआर खरे ने बताया कि 13 सितंबर को जनसंपर्क विभाग को निविदा प्रकाश हेतु पत्र जारी कर दिया गया था, लेकिन उक्त निविदा का प्रकाशन 19 सितंबर को अखबारों में किया गया है जो अंतिम दिनांक था। उन्होंने निविदा निरस्त कर नए सिरे से निविदा प्रकाशन की बात कही। उन्होंने बताया कि चेहते ठेकेदारों को काम देने का आरोप लगता रहा है। ठेकेदारों द्वारा इस प्रकार के आरोप लगाए जाते रहे है।