समता का प्रतीक है नावाखाई पर्व-बघेल

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जगदलपु. इन दिनों बस्तर विधानसभा क्षेत्र के गावों में पंचायत स्तर पर नवाखाई जोहार भेंट कार्यक्रम के आयोजन का दौर जारी है. क्षेत्र के एक गांव में हुए कार्यक्रम में विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि नवाखाई मानसिक और सामाजिक समता का प्रतीक है तथा यह पर्व स्वभाव की गंभीरता, परंपरा की समृद्धि का संदेश भी देता है और इस तरह की भावनाएं बस्तरवासियों को वश में रखने वाली शक्ति में पूर्ण विश्वास से उत्पन्न होती है. आरंभ में ग्राम पहुंचने पर ग्रामीण विधायक श्री बघेल एवं बस्तर सांसद दीपक बैज के गांव पहुंचने पर 2 किलोमीटर दूर से बाजे गाजे के साथ स्वागत करते उन्हें आयोजन स्थल तक ले गए.

अतिथियों ने माता दुलारदई की पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की. बघेल ने आगे कहा कि हम बस्तरवासियों की संस्कृति की पहचान नवाखाई अनन्तकाल से जीवनमूल्यों, नैतिक आचरण, आध्यात्मिक एवं मानसिक विकास की अविरल गंगा है. हमारी संस्कृति की शिक्षा को शब्दों में बांधा नहीं जा सकता. इसके लिए हमें इस संस्कृति को पूर्णतः आत्मसात कर जीवनभर विद्यार्थी बने रहना होगा. हमारी संस्कृति मौसम में भी परिलक्षित होती है.सांसद श्री बैज ने लोगों को नवाखाई की बधाई देते हुए कहा कि संस्कृति समाज में गहराई तक व्याप्त गुणों के समग्र स्वरूप का नाम है, जो समाज के सोचने, विचारने, कार्य करने के स्वरूप में अन्तर्निहित होता है. आप लोगों को ज्ञात होगा कि बस्तर विधायक श्री बघेल जब कांग्रेस के बस्तर जिला अध्यक्ष थे, तबसे अभी तक वे यह कार्यक्रम निरंतर जारी रखे हुए हैं और उन्होंने क्षेत्र में ऐसा माहौल बना रखा है कि भाजपा के लिए ऐसा करने की सोचना भी दूर की कौड़ी है. यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे बड़ी ऐसा पवित्र त्यौहार अपने लोगों के साथ मनाने का मौका मिला.
इस अवसर पर दिनेश यदु, जानकी राम, उत्तम नाइक, आशीष मिश्रा, सुखदई बघेल, गणेश बघेल, मानसिंह कश्यप, अर्जुन पांडे, हरीश पारख, निलय कश्यप, जगमोहन बघेल, मधु निषाद, धनुर्जय कश्यप,बद्रीनाथ जोशी, दिनेश सिहं, अर्जुन पांडे, सामो राम, दसमू बघेल, तुलसी बघेल, गणेश बघेल, टोपीराम, कश्यप, रुपनाथ कश्यप, घनश्याम नाग, सोनाधर, गणेश भारती, सुखनाथ कश्यप, वीरनाथ कश्यप, भकचदं बघेल, लम्बूधर कश्यप, लक्ष्मण नेताम, टेंपल सूर्यवंशी, अमर चौहान, धरमू नेताम, मंगल कश्यप, भोलेश्वर कश्यप, डोमुधर कश्यप, लखेश्वर मंडावी, राजेश कुमार, जार्ज, गोविंद, भुनेश्वर,सहित सैकड़ों ग्रामीण व कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे.