आदिवासी परंपरा और संस्कृति का हो रहा है संरक्षण- संवर्धन

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  • सुकमा में जिला स्तरीय राज्योत्सव का रेखचंद जैन ने किया शुभारंभ

सुकमा अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में निरंतर विकास, प्रशासनिक सुविधाओं का विस्तार, अंतिम छोर तक मूलभूूत संसाधनों की पहुंच और ग्रामीणों में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने शासन का प्रयास विगत तीन-चार वर्षों मेें सफल रहा है। बस्तर क्षेत्र और सुकमा वासियों की मुस्कान इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा के मार्गदर्शन में सुकमा जिला विकास के पथ पर अग्रसर है. इस जिले के लोगों के जीवन में सुख, समृद्धि और सम्पन्न्ता आई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री बघेल किसानों और आदिवासियों के दर्द को, उनके जीवन के संघर्ष को भलीभांति समझते हैं. इसीलिए सरकार बनने के बाद सबसे पहला फैसला मुखमंत्री श्री बघेल ने किसानों के हित में लिया। शाासन की मंशा हमेशा से ही आदिवासियों और उनकी संस्कृति व परम्परा का संरक्षण, संवर्धन करना रहा है. निरंतर आदिवासी हित में नीतियां बनाई जा रही हैं। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के साथ ही गढ़बो नवा बस्तर और गढ़बो नवा सुकमा के संकल्प को पूरा करने का काम किया जा रहा है।


आज छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सुकमा के मिनी स्टेडियम में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेखचंद जैन, संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन ने सुकमा वासियों को बधाई देते हुए उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 65 प्रकार की लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है. तेंदूपत्ता संग्राहकों को 4 हजार रुपए प्रति मानक बोरा की दर से पारिश्रमिक दिया जा रहा है। सुकमा जैसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में निवास करने वाली जनता की मांग को पूरा करने के लिए शासन संकल्पित होकर कार्य कर रहा है, जिसके फलस्वरुप आज यहां बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य, बेहतर सड़क, वनोपज का सही दाम, मूलभत सुविधाओं का लाभ वनवासियों को मिल रहा हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को खुशहाल बनाने लगातार कार्य कर रही है, जिसके परिणाम स्वरूप किसानों व उनके परिजनों के चेहरे में खुशी साफ देखी जा सकती है।
प्रदर्शनी का किया अवलोकन
मिनी स्टेडियम सुकमा में आयोजित कार्यक्रम में रेखचन्द जैन ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया और कहा कि शासन की जनहितैषी योजनाओं का लाभ अधिकाधिक लोगों को मिल रहा है। इस दौरान उन्होंने वन विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग, आदिवासी विकास विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग, जिला अग्रणी बैंक, राजीव युवा मितान क्लब योजना, जिला कौशल विकास प्राधिकरण, क्रेडा, उद्यानिकी विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पुलिस विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं के प्रचार और उपलब्धियों को दर्शाने लगाई गई प्रदर्शनी के साथ ही जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गई फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, करण देव सिंह गौरनाथ नाग, संतोष सिंह, सूर्या पाणी, राजेश राय, अवधेश झा, विजय सिंह, कुलदीप भदौरिया, राजेश नारा, मानसिंह ठाकुर, सोनारु नाग सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर हरीश एस. व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गांवों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा : हरीश कवासी
सुकमावासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा कि विगत लगभग चार वर्षों में अंदरूनी क्षेत्रों में भी विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। गांव-गांव में स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल रहा है। बस्तर की परम्परा, आस्था और संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए देवगुड़ी का विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल मार्गदर्शन ने इसे साकार किया है। उन्होंने कहा कि सुकमा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार हुआ है, जिन जगहों पर डॉक्टर और शिक्षक नहीं पहुंच पाते थे, आज वहां अस्पताल और स्कूलों का निर्माण कराकर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई गई है. बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। छत्तीसगढ़ जीव-जंतु बोर्ड के सदस्य करण देव और नगर पालिका सुकमा के अध्यक्ष राजू साहू ने भी विचार व्यक्त करते हुए सभी को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी. कलेक्टर हरीश एस. ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरुप जिले के वासियों के विकास के लिए जिला प्रशासन कार्य कर रहा है। जिला प्रशासन अंतिम व्यक्ति व अंतिम लक्ष्य तक पहुंचने का संकल्प लेते हुए अपने उद्देश्यों को पूरा करेगा।