- आरी डोंगरी माइंस में विस्फोट करते समय की जाती है लापरवाही
भानुप्रतापपुर इस विकासखंड के ग्राम कच्चे में स्थित आरी डोंगरी लौह अयस्क खदान में की जा रही ब्लास्टिंग आसपास बसी बस्तियों के रहवासियों की जान के लिए खतरा बन गई है। ब्लास्टिंग के असर से बड़े बड़े पत्थर उड़कर रिहायशी मकानों पर व गलियों में जा गिरते हैं। इससे मकानों को भारी नुकसान पहुंच रहा है।भानुप्रतापपुर के शिवसेना नेता सुखचंद मंडावी ने कहा है कि कच्चे में स्थित आरी डोंगरी लौह अयस्क खदान में लीजधारक गोदावरी इस्पात कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों का जरा भी पालन नहीं किया जा रहा है। कंपनी प्रबंधन की लापरवाही और मनमानी के कारण आएदिन दुर्घटना हो रही है। माइंस में लौह अयस्क खनन हेतु चट्टानों को तोड़ने बारूदी विस्फोट किया जा रहा है। विस्फोट करते समय सुरक्षा मानकों की खुलेआम अनदेखी की जाती है। बारूदी विस्फोट से पत्थर उड़कर रहवासी क्षेत्र में गिर रहे हैं। जिससे आम जनता के जान माल का खतरा बना हुआ है। बारूदी धमाके के कारण खदान के आसपास के घरों की दीवारों में दरारें आ गई हैं। जिसके कारण लोगों का वहां रहना मुश्किल हो गया है। वहां रहने वालों को हर समय जान का खतरा बना रहता है।ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार कंपनी से सुरक्षा मानकों का पालन करने का मांग की जा चुकी है, किंतु कंपनी प्रबंधन बाज नहीं आ रहा है। सुखचंद मंडावी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व एक घर में कार्यक्रम हो रहा था। लोगों की भीड़ थी। तभी खदान में बारूदी विस्फोट किए जाने पर बड़ा पत्थर उड़कर कार्यक्रम स्थल पर जा गिरा। ये तो गनीमत रही कि वहां उपस्थित किसी को भी चोट नहीं लगी। पत्थर अगर भीड़ पर गिरता तो दो चार लोगों की जान जा सकती थी।शिवसेना नेताओं द्वारा कच्चे आरी डोंगरी क्षेत्र का दौरा किया गया। एवं इस समस्या से गोदावरी इस्पात को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया था। इसके बाद भी कंपनी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। शिवसेना प्रशासन से मांग की है कि मामले की जांच कर प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही की जाए।