बस्तर की शिक्षा व्यवस्था ने जीत लिया मध्यप्रदेश की टीम का दिल

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  • विकास खंड लोहंडीगुड़ा पहुंचा मप्र राज्य शिक्षा केंद्र का भ्रमण दल

जगदलपुर मध्यप्रदेश के राज्य शिक्षा केंद्र की टीम छत्तीसगढ़ में मूलभूत साक्षरता एवं गणितीय कौशल विकास से संबंधित गतिविधियों एवं स्थानीय भाषा में अध्यापन कार्य संबंधी मुद्दों के अध्ययन हेतु बस्तर जिले में पहुंची। 15 सदस्यीय दल ने आईएएस द्वय धनराज एस व लोकेश कुमार जांगिड़ के नेतृत्व में विकासखंड लोहंडीगुड़ा की शैक्षणिक संस्थाओं का भ्रमण व अवलोकन किया। आईएएस एम. सुदीप समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान, जिला परियोजना समन्वयक अखिलेश मिश्रा, खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर यादव, खंड स्त्रोत समन्वयक रोमांचल ठाकुर ने आगंतुकों स्वागत किया। प्राथमिक शाला उसरीबेड़ा में स्थानीय भाषा में बच्चों को दी जा रही शिक्षा व शिक्षा के क्षेत्र में एलेक्सा डिवाइस का किए जा रहे उपयोग का अवलोकन दल ने किया। शाला की शिक्षिका हीरमती भारद्वाज व टंकेश्वरी जुमड़े के अध्यापन कार्य व उपयोग में लाई जा रही सहायक सामग्री की भ्रमण दल ने प्रशंसा की।

दी जा रही है डिजिटल शिक्षा

जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने ब्लॉक की शिक्षा व्यवस्था के बारे में भ्रमण दल को अवगत कराया। जिले में विकासखंड लोहंडीगुड़ा की शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने में खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर यादव व विकासखंड के शिक्षकों के स्वस्फूर्त प्रयासों के सम्बंध में अवगत कराया। विकासखंड की सभी माध्यमिक शालाओं में डिजिटल शिक्षा व्यवस्था होने की जानकारी भ्रमण दल को दी गई। एलेक्सा डिवाइस के माध्यम से बच्चों को शिक्षा के प्रति जोड़ने का अभिनव प्रयास लोहंडीगुड़ा विकासखंड से ही प्रारंभ हुआ है। मध्यप्रदेश की टीम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के अंदरूनी क्षेत्रों में भी शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है। शिक्षा से बच्चों को जोड़ने हेतु जिस प्रकार से आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह प्रेरक है। मध्यप्रदेश में भी ऐसी पहल की जाएगी।