दंगे के बाद जिला व पुलिस प्रशासन को सरकार की फटकार

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  • आवश्यक सूचना संग्रहण में कोताही के कारण हुई दुर्घटनाएं

जगदलपुर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर कांफ्रेंस में ताकीद किया था कि बस्तर की शांत फिज़ा को बदनाम करने कुछ संघ_संगठनें उपद्रव कर सकते हैं और यह घटनाक्रम लगातार हो रही है। उसके बावजूद आवश्यक सूचना संग्रहण नहीं किया जा रहा है जिसकी परीणिती अब नारायणपुर कांड़ के रूप में सामने आई। दूसरी तरफ सुरक्षा और कानून व्यवस्था के सम्बंध में आईजी सुंदरराज पी. और प्रभारी कमिश्नर ने ज्वाइंट बैठक ली ।बस्तर संभाग में इन दिनों आदिवासियों और मतांतरित आदिवासियों के बीच कई मुद्दों को लेकर लगातार हर क्षेत्र में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है । नारायणपुर में बड़ी घटना घटित हो गई यदि पुलिस अधीक्षक पी. सदानंद ने मामला को नहीं संभाला तो बड़ी घटना हो सकती थी लेकिन प्रश्न यह है कि दोनों विभागों का समन्वय क्यों नहीं बन रहा है जिसके कारण बड़ी घटनाक्रम हो गई। बस्तर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वनमंडलाधिकारी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की।आईजी सुंदरराज ने जनता की समस्याओं का निराकरण के लिए निरंतर जन संवाद और समस्या निदान शिविर का आयोजन पर जोर दिया। यह जन संवाद व समस्या शिविर में राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को साप्ताहिक बैठक कर क्षेत्र के समाज प्रमुखों, परगना प्रधान से सतत संवाद बनाए रखने के निर्देश भी दिए।शांति व्यवस्था के संबंध में सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भी चर्चा की गई।पुलिस महानिरीक्षक पी.सुंदरराज, प्रभारी संभागीय आयुक्त, बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार,मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा, डीएफओ डी पी साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।