- अपने क्षेत्र की जनता की भलाई के लिए तत्पर रहते हैं रेखचंद जैन
- मुख्यमंत्री बघेल की मंशा और कांग्रेस की नीतियों के अनुरूप काम कर रहे हैं जगदलपुर विधायक
जगदलपुर संसदीय सचिव एवं जगदलपुर क्षेत्र के विधायक रेखचंद जैन एक ऐसे जनप्रतिनिधि हैं, जिन्होंने आज के नेताओं और जनप्रतिनिधियों की आरामपरस्ती, मौकापरस्ती और अकर्मण्यता को लेकर चली आ रही जन – धारणा को बदल कर रख दिया है। वे अपनी सेहत की फिक्र छोड़ अपने निर्वाचन क्षेत्र की अवाम की फिक्र में ज्यादा लगे रहते हैं। जैन क्षेत्र के गांवों का निरंतर दौरा कर ग्रामीणों से सतत संपर्क बनाए रखते हैं। अपनी कर्मशीलता के चलते वे क्षेत्र के ग्रामीण व शहरी नागरिकों के दिलों में स्थान बना चुके हैं। वहीं वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा और कांग्रेस की नीतियों के अनुरूप जनसेवा करते हुए क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति को और भी मजबूत बना रहे हैं। बस्तर संभाग की इकलौती सामान्य वर्ग की विधानसभा सीट जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन की सक्रियता सर्वविदित है। वे सप्ताह के सातों दिन जनता से जुड़ाव बनाए रखते हैं। सुबह निवास में पहुंचने वाले क्षेत्र नागरिकों की समस्याएं और मांगें सुनते हैं तथा यथासंभव समस्याओं को दूर करने व मांगों को पूरा करने का प्रयास फौरी तौर पर करते हैं। लोगों से भेंट मुलाकात का सिलसिला खत्म होते ही वे क्षेत्र के गांवों के दौरे व जनसंपर्क पर निकल पड़ते हैं। रोजाना 8 – 10 गांवों का दौरा करना उनकी दिनचर्या में शुमार है। रेखचंद जैन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुसार अपने निर्वाचन क्षेत्र के गांवों में भेंट मुलाकात कार्यक्रम लंबे समय से चलाते आ रहे हैं। वे गांव – गांव में जाकर ग्रामीणों के बीच बैठते और उनका दुख दर्द सुनकर उनकी पीड़ा दूर करने का हरसंभव प्रयास करते हैं। अपने क्षेत्र की जनता के सुख दुख में बराबर सहभागी बनते हैं। किसी के घर में शोक हो तो रेखचंद जैन दुखी परिवार के साथ वे खड़े नजर आते हैं। किसी ग्रामीण के यहां सगाई, शादी, नवजात बच्चे की छट्ठी का कार्यक्रम हो तो भी वहां विधायक श्री जैन की मौजूदगी रहती है। किसी गांव में किसी तरह की आपदा आ जाए, तो वहां वे तुरंत पहुंच जाते हैं। आपदा पीड़ितों की मदद में वे कोई कसर बाकी नहीं रखते। यही वजह है कि क्षेत्र के लोग उन्हें विधायक से ज्यादा अपना पारिवारिक सदस्य के रूप में देखते हैं। जैन भी उन्हें अपना परिजन ही मानते हैं। संवेदनशीलता की मिसालें भी पेश की प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मानवीय संवेदना से ओतप्रोत जननेता माना जाता है। संसदीय रेखचंद जैन मुख्यमंत्री श्री बघेल को अपना रोल मॉडल मानते हुए उन्हीं के सिद्धांतों पर चलकर काम कर रहे हैं। ऐसे कई मौके आए हैं, जब जैन ने संवेदनशीलता की मिसालें पेश की हैं। बीते साल की दीपावली उन्होंने कोरोना काल में माता – पिता खो चुके बच्चों के साथ मनाई थी। जैन और उनकी धर्मपत्नी ने इन बच्चों को नए वस्त्र, मिठाई और पटाखे गिफ्ट किए। उस समय इन बच्चों के चेहरों पर खुशी की जो चमक नजर आ रही थी, वह उपस्थित लोगों के लिए अनमोल धरोहर बन गई। तब श्री जैन ने बच्चों से कहा था – आज से मैं आप लोगों का अभिभावक हूं। मुख्यमंत्री बघेल ने ऐसे बच्चों को सहारा देने तथा उनकी शिक्षा के लिए महतारी दुलार योजना चला रखी है। इन बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था शिक्षा विभाग के माध्यम से की गई है। इसी तरह आकाशीय बिजली गिरने, सर्पदंश, करंट आदि घटनाओ में मृत व्यक्तियों के परिजनों को राहत पहुंचाने के लिए भी श्री जैन हमेशा तत्पर रहते हैं। मुख्यमंत्री से आग्रह कर वे ऐसे दर्जनों परिवारों को लाखों रु. की आर्थिक सहायता दिलवा चुके हैं। कांग्रेस की मजबूती में भी योगदान
जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति को और भी मजबूत बनाने में रेखचंद जैन लगातार काम कर रहे हैं। उनके ग्रामीणों से सतत संपर्क में रहने के कारण ग्रामीणों का भरोसा कांग्रेस और मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति बढ़ता ही जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा जनहित में शुरू की गई योजनाओं, गांव गांव में की जा रही सड़क, बिजली, पानी स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा की व्यवस्था, आदिवासियों के आस्था स्थलों, देवगुड़ियों के जीर्णोद्धार के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा विधायक जैन की मिलनसारिता व कर्मशीलता से प्रभावित होकर पचासों ग्रामीण और युवा दूसरी पार्टियों को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। जैन की सक्रियता का असर बस्तर जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है।