नर्सिंग कॉलेजों की मनमानी पर रोक लगाए शासन : अभाविप

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  • नर्सिंग कॉलेजों में सुविधाएं बिल्कुल नहीं, फिर भी ले रहे हैं मोटी फीस

जगदलपुर जिले में संचालित नर्सिंग कॉलेजों में रत्तीभर भी सुविधा छात्र – छात्राओं को नहीं दी जा रही हैं, मगर उनसे अलग – अलग मदों के नाम पर फीस के रूप में मोटी रकम की वसूली जरूर की जा रही है। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ के चलते विद्यार्थियों का आर्थिक और मानसिक शोषण इन कॉलेजों के संचालकों द्वारा किया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस मनमानी का कड़ा विरोध किया है।

अभाविप के नगर मंत्री यश ध्रुव ने उक्त आरोप लगाए हैं। यश ध्रुव ने कहा है कि अच्छी शिक्षा एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने के वादे के साथ आई छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार के अधिकारी शिक्षा के दलालों के साथ मिलकर विद्यार्थियों का शोषण कर रहे हैं। अधिकारी शिक्षा के दलालों के साथ डील कर चुके हैं। इसीलिए ऐसे कॉलेजों के संचालक मनमानी कर रहे हैं। यश ध्रुव ने आरोप लगाया है कि गायत्री नर्सिंग इंस्टीट्यूट डूंगाघाट जगदलपुर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। इस कॉलेज में छात्राओं के साथ छेड़छाड़, छात्राओं को इंस्टीट्यूट इंस्टीट्यूशन फीस भरने के लिए मानसिक प्रताड़ना देने व दबाव डालने इंस्टीट्यूट के इंफ्रास्ट्रक्चर की अनदेखी आम बात है। डेढ़ वर्ष से लगातार विद्यार्थी परिषद जगदलपुर सरकार एवं जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर अवगत कराती आ रही है। डेढ़ दो वर्ष में बस्तर के तीन कलेक्टरों का तबादला हो चुका है, लेकिन आज तक जांच करने की भी जरूरत नहीं समझी गई। जगदलपुर में गायत्री नर्सिंग इंस्टीट्यूट के साथ ही ऐसे और भी कई इंस्टीट्यूट हैं, जो जीएनएम के नाम पर छात्राओं को झांसे में लेकर उन्हें एडमिशन देते हैं। उसके बाद उनसे मोटी फीस वसूल की जाती है तथा उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जाता है। विद्यार्थी परिषद लगातार इन विषयों से संघर्ष कर रही है। अभी तक तीन कलेक्टर आ चुके हैं और तीनों कलेक्टरों के समक्ष यह विषय रखा गया, लेकिन अभी तक जांच भी नहीं कराई जा सकी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके उनके अनेक मंत्री कई बार जगदलपुर का दौरा कर चुके हैं, लेकिन आज तक उन्होंने इस विषय को गंभीरता से नहीं लिया है।जिला प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी कर्मनिष्ठा पर शक होने लगा है। उन्हें भी शायद छात्रहित से कोई नाता नहीं है।