अब बेरोकटोक पढ़ाई जारी रख सकेगी बिटिया मानबती सलाम

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  • आदिवासी छात्रा को सांसद बैज और विधायक कश्यप के हाथों मिला जाति और निवास प्रमाण पत्र
  • घंटेभर से कम समय में राशन कार्ड भी कर दिया गया तैयार

नारायणपुर आदिवासी बेटी मानबती सलाम अब अपनी पढ़ाई बेरोकटोक जारी रख सकेगी। उसे शासन की योजनाओं के तहत कई तरह की मदद भी मिलेगी। जाति और निवास प्रमाण पत्र के अभाव में उसकी पढ़ाई बाधित हो गई थी। मानबती की व्यथा की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने उसे दोनों प्रमाण पत्र जारी कर दिए हैं। उसके परिवार का राशन कार्ड भी महज घंटेभर में तैयार कर दिया गया। उसे शनिवार को बस्तर के सांसद दीपक बैज और क्षेत्रीय विधायक चंदन कश्यप ने निवास एवं जाति प्रमाण पत्र तथा राशन कार्ड सौंपे। सांसद दीपक बैज तथा छत्तीसगढ़ हस्तशिल्पबोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक चंदन कश्यप ने यहां कलेक्टर कक्ष में मानबती सलाम को जाति प्रमाण एवं निवास प्रमाण पत्र तथा राशन कार्ड प्रदान किया। इस दौरान बैज ने कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र की मानबती सलाम को आगे पढ़ाई के लिए जाति एवं निवास प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात उसके सामने समस्या थी कि जाति एवं निवास प्रमाण पत्र के अभाव में वे आगे अपनी पढ़ाई किस तरह जारी रखे और उन्हे किस तरह शासन की हितकारी योजनाओ का लाभ मिल सके। उसकी दिक्कत को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी संवेदनशीलता के साथ सुलझाने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए। जिला प्रशासन ने तत्काल कार्यवाही करते हुए जाति एवं निवास प्रमाण पत्र तैयार कर उसे प्रदान कराया है। बताया गया कि मानबती सलाम आगे जहां भी पढ़ना चाहती है, वहां उसके पढ़ने एवं रहने की व्यवस्था तत्काल की जाएगी। आज जिला प्रशासन ने अल्प समय मे मानबती सलाम को राशन कार्ड भी तत्काल तैयार कर प्रदान किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबत्ती नेताम, उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, जनपद पंचायत अध्यक्ष पंडीराम वड्डे, उपाध्यक्ष मालती नुरेटी, नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता मांझी, जिला पंचायत के सदस्य, कलेक्टर अजीत वसंत, पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देवेश कुमार ध्रुव उपस्थित थे।

माता – पिता से की मार्मिक अपील

मानबती सलाम ओरछा राजस्व अनुविभाग के ग्राम निरीमेटा की निवासी है। पूर्व में वह आठवीं कक्षा तक रामकृष्ण मिशन आश्रम विवेकानंद विद्यापीठ में पढ़ाई कर चुकी है। उसके बाद वह शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय भाटपाल में पढ़ाई कर इस वर्ष 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा उसने 54.5 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की है, लेकिन उसके पास जाति एवं निवास प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी रखने में असमर्थ थी। मीडिया में इस आशय की खबर आने के बाद शासन व प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही कर उसके लिए जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। मानबती ने बताया कि वह आगे अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए डॉक्टर बनना चाहती है। वह तीन भाई बहनों है। उसके छोटे भाई ने इस वर्ष 9वीं कक्षा उत्तीर्ण कर 10वीं कक्षा में एडमिशन लिया है। वह रामकृश्ण मिशन आश्रम विवेकानंद विद्यापीठ का छात्र है। मानबती के माता पिता नक्सल गतिविधियों में सम्मिलित हैं। मानबती अपने माता पिता से नक्सल गतिविधियां छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की मार्मिक अपील की है।