- शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने घाटी के नीचे व जंगलों के बीच बसे गांवों की शालाओं का निरीक्षण
लोहंडीगुड़ा शासन – प्रशासन के निर्देशों का त्वरित पालन करने और जिले के बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए सदैव तत्पर रहने वाली बस्तर की जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान नए शिक्षा सत्र के आगाज के साथ ही एक्टिव मोड में आ गई हैं। सुश्री प्रधान ने नए शिक्षा सत्र के दूसरे दिन ही संवेदनशील माने जाने वाले लोहंडीगुड़ा विकासखंड के बीहड़ और घनघोर जंगलों तथा घाटियों के तल पर बसे गांवों की शालाओं का निरीक्षण करने पहुंच गईं। इस दौरान कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले दो प्राचार्यों पर कार्रवाई की गाज गिरी। जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान अनुशासन प्रिय एवं कर्तव्य परायण अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं। वे कार्यालयीन कार्यों को जितनी शिद्दत से निपटाती हैं, उनकी उतनी ही कर्मठता जमीन पर भी नजर आती है। जिले की शालाओं का वे गाहे बगाहे जायजा लेने पहुंच जाती हैं। अपनी इस फितरत के मुताबिक सुश्री प्रधान नया शिक्षा सत्र के आरंभ होते ही विकासखंड लोहंडीगुड़ा की शालाओं के निरीक्षण दौरे पर पहुंच गईं। लोहंडीगुड़ा विकासखंड के प्रवेश द्वार से निरीक्षण अभियान की शुरुआत कर वे विकासखंड के अंतिम छोर की शालाओं में भी पहुंचीं। सर्वप्रथम उन्होंने प्राथमिक शाला झिटकापारा का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति, स्कूल में साफ-सफाई व पंजियों के संधारण का अवलोकन किया। डीईओ भारती प्रधान ने लोहंडीगुड़ा विकासखंड की मैदानी शालाओं के साथ ही क्षेत्र में घाटी के नीचे संचालित शैक्षणिक संस्थाओं का भी निरीक्षण किया। जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर यादव, खंड स्रोत समन्वयक रोमांचल ठाकुर, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र कश्यप के साथ प्राथमिक शाला करेकोट, माध्यमिक शाला बिंता, प्राथमिक शाला बिंता, हाई स्कूल बिंता का अवलोकन किया।
दो प्राचार्यों पर गिरी कार्रवाई की गाज
हाई स्कूल बिंता के प्रभारी प्राचार्य सीपी पाणिग्रही शाला से अनुपस्थित थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए अनुपस्थिति के लिए प्राचार्य व अन्य कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। भ्रमण कार्यक्रम के तहत निरीक्षण दल मारडूम हाई स्कूल भी पहुंचा। इस स्कूल के प्राचार्य अपरान्ह 3 बजे ही स्कूल छोड़कर चले गए थे। इसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया गया।भारती प्रधान ने शालाओं में बच्चों की नियमित उपस्थिति पर विशेष प्रयास के निर्देश दिए तथा सभी बच्चों को मौसमी बीमारियों व उससे बचाव की जानकारी देने को कहा। माध्यमिक शाला बिंता के बच्चों ने जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री प्रधान को 20 तक पहाड़ा सुनाया एवं कविता वाचन किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्चों के त्वरित प्रत्युत्तर एवं सामाजिक ज्ञान के लिए बच्चों की प्रशंसा की। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी नवप्रवेशी बच्चों के जाति प्रमाण पत्र हेतु आवश्यक दस्तावेज संकलित कर सभी पात्र बच्चों को जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का प्रयास करने के निर्देश दिए।
बच्चों संग ग्रहण किया मध्यान्ह भोजन
जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री प्रधान तथा निरीक्षण दल में शामिल अन्य अधिकारियों ने संकुल केंद्र बिंता में बच्चों के साथ मध्यान्ह भोजन किया एवं मध्यान भोजन के गुणवत्ता की सराहना भी की। उच्चाधिकारियों के निर्देश एवं मार्गदर्शन में खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा विकासखंड लोहंडीगुड़ा के समस्त संकुल शैक्षिक समन्वयकों की टीम गठित कर अंतर संकुल निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। बीईओ चंद्रशेखर यादव ने सभी संस्था प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि मानसून के मद्दे नजर विद्युती व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें, बिजली के तार खुले न रहें, संस्था बंद करते समय प्रतिदिन मेन स्विच ऑफ कर दें और समय रहते सभी मरम्मत कार्य पूर्ण कराकर बीईओ कार्यालय को अवगत कराएं।