- गोंचा पर्व में रथ परिक्रमा के दौरान रथ खींचा सांसद और विधायकों ने
जगदलपुर बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र की पूजा अर्चना की। उन्होंने सांसद दीपक बैज, अन्य विधायकों तथा श्रद्धालुओं के साथ परिक्रमा के लिए निकले भगवान के रथ को खींचा भी। इस दौरान विधायक बघेल ने कहा कि 360 अरण्यक ब्राह्मण समाज के गोंचा पर्व में आदिवासी परंपरा की भी झलक देखने को मिलती है। बस्तर सांसद दीपक बैज ने कहा कि बस्तर में मनाए जाने वाले गोंचा पर्व में तुपकी चलाने की परंपरा है। बांस से बनी तुपकी (बंदूक) की आवाज यात्रा के आनंद को और दोगुना कर देती है। खास बात यह है कि पूरे भारत में तुपकी चलाने की परंपरा बस्तर के अलावा और कहीं नहीं देखने को मिलती है। भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र के रथारुढ़ होने पर तुपकी से बनी से सलामी दी जाती है। तुपकी बस्तर के आदिवासियों द्वारा तैयार की जाने वाली बांस की बनी बंदूक होती है।जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि गोंचा पर्व के दौरान शहर के ऐतिहासिक सिरहासार भवन को जनकपुर के रूप में संवारा जाता है ।
यहां भगवान जगन्नाथ आठ दिनों तक विश्राम करते हैं इस दौरान सिरहासार में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं यहीं पर प्रतिवर्ष आषाढ़ शुक्ल पक्ष सप्तमी के दिन भगवान को छप्पन भोग अर्पित किया जाता है। इस दौरान दिनेश यदु, ईश्वर खंबारी, बालक राम जोशी, जगमोहन बघेल, ललित जोशी, बद्रीनाथ जोशी, अनुराग महतो, नीलम कश्यप, जार्ज टोप्पो, जसकेतन जोशी, राजेश कुमार, मोना पाढ़ी, मनीष कश्यप, समाज प्रमुख एवं श्रद्धालु उपस्थित थे।