दल्लीराजहरा – Covid-19 करोना संक्रमण ने आज हम सभी के जीवन को काफी प्रभावित और जटिल बना दिया है.
मानव जीवन का अकाट्य सत्य है। जीवन और मृत्यु आज की इन अति जटिल परिस्थितियों में कुछ गलत आतियां हम सभी के अंदर घर बना रही है जिसके चलते हम अपने ही लोगों के खिलाफ कुछ गलत कर जाते हैं।
ऐसी ही एक भांति है शमशान घाट में करोना Covid 19 से संक्रमण उपरांत मृत्यु हए व्यक्ति की अंतिम क्रिया को संक्रमण के डर से ना होने देना। आई. एम. ए. दल्ली राजहरा आज इस भांति के विरुद्ध आप सभी से चर्चा और निवेदन करता है।
करोना COVID-19 वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने या छींकने से फैलता है जो के मृत्यु की दशा में संभव नहीं है।
अगर हम निम्नलिखित सावधानियों का पालन करे तो मृत व्यक्ति से संक्रमण का खतरा नगण्य होगा।
1) मत व्यक्ति के शव को बॉडी वैग में ही सुरक्षित रखें व बॉडी बैग समेत ही अंतिम क्रिया को पूरा किया जाए।
2) मत व्यक्ति की अंतिम यात्रा में ज्यादा भीड़ ना करें और नियमानुसार ही गिनती के लोग शामिल हो।
3) नियमानसार ग्लव्स और मास्क का प्रयोग किया जाए।
4) सोशल डिस्टेंस अनूरुप दूरी बना के ही हर व्यक्ति खड़ा हो ।
5) मृत व्यक्ति के शरीर को नहलाना, गले लगाना या चुम्बन ना करे ।
6) अंतिम क्रिया की समाप्ति के उपरांत हाथो को सनिटाइज करें या साबुन से अच्छी तरह धो लें।
मृत व्यक्ति की अस्थियां या राख से करोना का कोई खतरा नहीं होता।
यहां यह कहना सही होगा कि, हमे सक्रमण का ज्यादा खतरा जीवित व्यक्तियो से है जिनका की करोना पॉजिटिव/नेगेटिव स्टेटस हमें पता नहीं। ना कि एक मृत शरीर से जो करोना (COVID-19) पॉजिटिव हो और जहां हम सारी सावधानीपूर्वक कार्य कर रहे हों।
अतः आई. एम.ए. दल्ली राजहरा आप सभी से विनम्रनिवेदन करता है
मास्क का सही तरह से इस्तेमाल करें। – स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रखें। अनावश्यक कार्य हेतु घर से बहार ना निकले । करोना संक्रमित व्यक्ति से भेद भाव ना करें। मृत करोना संक्रमित व्यनित की अंतिम क्रिया को सुगमतापूर्वक सम्पूर्ण होने दें।