- सीआईएसएफ ने पकड़ा मामला, पुलिस जांच जारी
- दोनों ट्रक ड्राईवर रहस्यमय ढंग से हो गए फरार
नगरनार नगरनार स्टील प्लांट से पिग आयरन भरकर निकल रहे एक ही नंबर के दो ट्रकों को सीआईएसएफ के जवानों ने पकड़ लिया और नगरनार पुलिस के हवाले किया। दोनों के वाहन चालक फरार हो गए हैं। हजारों टन लोहा चोरी का खेल वाहन की नंबर प्लेट बदलकर किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। नगरनार पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। पकड़ा गया ट्रक सीजी 04 एमके 9383 किसके नाम पर दर्ज है और कहां के लिए प्लांट से लोहे की लोडिंग कराई गई थी। इसका खुलासा होना बाकी है। पुलिस के सक्रियता से लोहा चोरों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। प्लांट में उत्पादन शुरू होने के पहले भी लोहा चोरी के मामले का नगरनार पुलिस पर्दाफाश कर चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार चामुंडा ट्रांसपोर्ट द्वारा नगरनार स्टील प्लांट से पिग आयरन लोडिंग को लेकर दो ट्रक बुक कराए गए थे । सीजी 04 एमके 9383 नंबर के तथा 14 चक्कों वाले दो ट्रक पिग आयरन लोड कर प्लांट से निकलने की तैयारी में थे। इसकी भनक प्लांट के कर्मचारियों और सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवानों को लग गई और दोनों ट्रकों को प्लांट के अंदर ही पकड़ लिया गया। इन ट्रकों को नगरनार थाने के सुपुर्द कर दिया गया है। पिग आयरन दरअसल लोहा, कार्बन, सिलिकान, मैग्नीज, फॉस्फोरस और गंधक की मिश्र धातु है। यह एक माध्यमिक उत्पाद है, जिसका प्रसंस्करण कर अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं। अन्य चीज बनाने के लिए यह एक कच्चा माल है। पिग आयरन एक उच्च कार्बन इंधन और कोक जैसे रिडक्टेंट का उत्पाद है जिसमें आमतौर पर फ्लक्स के रूप में चूना पत्थर होता है। पिग आयरन का उत्पादन ब्लास्ट फर्नेंस में लोहे को गलाने या इलेक्ट्रिक भट्टियों में इलमेनाइट को गलाने में किया जाता है। पिग आयरन को आम बोलचाल की भाषा में कच्चा लोहा भी कहा जाता है। प्लांट के अंदर एक ही नंबर के दो वाहन प्रवेश करने में कैसे सफल हो गए, यह आश्चर्य का विषय है। नगरनार प्लांट की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले है। वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, लेकिन एक ही नंबर के दो वाहन प्लांट में कैसे प्रवेश किया था फिर प्लांट में प्रवेश करने के बाद नंबर प्लेट बदल दी गई, अगर ऐसा हुआ, तो किसके इशारे पर? ये जांच के विषय हैं। वह सरगना जो सुरक्षा घेरे में भी सेंधमारी कर पिग आयरन पार करने का प्रयास कर रहा था या इसके पूर्व भी यह खेल खेला जा चुका है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।
वाहन चालक फरार
दोनों ट्रकों को सुरक्षा जवानों ने जब्त किया तो इनके कब्जे से वाहन चालक फरार कैसे हो गए? यह सवाल सीआईएसएफ के उन जवानों पर शक पैदा करता है, जिन्होंने ट्रकों को पकड़ा है। कहा जा रहा है कि ट्रक ड्राइवरों को फरार होने में मदद की गई है। वाहन चालक का नाम खान बताया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक प्रबंधन का कोई जिम्मेदार व्यक्ति इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
तीसरी आंख खोलेगी कई राज
नगरनार स्टील प्लांट के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इन कैमरों के जरिए प्लांट के अंदर एवं बाहर आने जाने वाले वाहनों तथा व्यक्तियों पर नजर रखी जाती है। कच्चा लोहा चोरी के इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से कई राज खुल सकते हैं। बशर्ते सही ढंग से पड़ताल की जाए। इसके पूर्व भी प्लांट से लोहा चोरी का मामला उजागर हुआ था। उक्त मामले में निष्पक्ष व विस्तृत रूप से जांच न होने के कारण कई राज वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में ही दब के रह गए थे।
नगरनार प्लांट से आयरन ले जाते एक ही नंबर के दो ट्रक जप्त*वर्सन
चल रही है जांच
प्लांट के कर्मचारियों की शिकायत पर नगरनार थाने में मामला पंजीबद्ध किया गया है। पिग आयरन लदे एक ही नंबर वाले दोनों ट्रकों को पुलिस ने जब्त कर लिया है। फरार वाहन चालक की तलाश और मामले की जांच की जा रही है।
विकास कुमार’ नगर पुलिस अधीक्षक