- बैज अब बीजेपी के कोटे से जाएंगे राजयसभा में
विशेष संवाददाता
जगदलपुर होली की पूर्व संध्या कांग्रेस को बस्तर में बड़ा झटका लगा है। बस्तर के सांसद रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कांग्रेस को टाटा बाय बाय कह दिया है। उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। दीपक बैज ने यह कदम टिकट न मिलने से नाराज होकर उठाया है। खबर है कि दीपक बैज को बीजेपी राजयसभा में भेजने वाली है। दीपक बैज के इस अप्रत्याशित कदम से कांग्रेसी खेमे में कोहराम मच गया है।
दीपक बैज बस्तर में कांग्रेस के आधार स्तंभ रहे हैं। बस्तर के सांसद के रूप में उन्होंने यहां कांग्रेस की बड़ी जमीन तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। कांग्रेस से बिदक चुके युवा वर्ग को फिर से कांग्रेस से जोड़ने में उनका योगदान सर्व विदित है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में भी दीपक बैज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विकास को आत्मसात करते हुए छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को आगे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इन तमाम सकारात्मक परिस्थितियों को देखते लग रहा था कि कांग्रेस इस बार भी दीपक बैज को बस्तर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन शनिवार की रात जब कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम फाइनल कर दिया, तो बस्तर संभाग के सारे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को बड़ा झटका लगा। लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्शो और सिद्धांतों पर चलना दीपक बैज का भारी पड़ गया है।छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेता तो दीपक बैज से इसलिए भी नाराज थे कि दीपक बैज पीएम मोदी के एक और सिद्धांत न खाऊंगा, न खाने दूंगा, पर सख्ती से अमल करते थे। इस वजह से पार्टी फंड पर गिद्ध दृष्टि गड़ाए बैठे बड़े कांग्रेस नेताओं की दाल नहीं गल पा रही थी। दीपक बैज के मोदी प्रेम की वजह से ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन्हें टिकट न देने का फैसला कर लिया।
सीधे पीएम से की बात
दीपक बैज के गृहग्राम में बैठे हमारे अति अविश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि कल रात जैसे ही टिकट कटने की जानकारी मिली दीपक बैज खुशी से नाचने लगे थे। इस दौरान वे बार बार यही कह रहे थे कि अब मुझे बढ़िया मौका मिल गया है। अब मैं कांग्रेस में हरगिज नहीं रहूंगा। करीब आधे घंटे तक ऐसे ही नाचते झूमते रहने के बाद श्री बैज ने तुरंत हॉट लाइन से भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय और पीएम आवास में फोन लगाया। सूत्र बताते हैं कि भाजपा से हरी झंडी मिलने के बाद श्री बैज ने कांग्रेस से त्याग पत्र देने और भाजपा ज्वाइन करने का ऐलान कर दिया।
मलकीत बनाए गए अध्यक्ष
सूत्रों ने बताया कि पीएम हाउस और भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में बात करने के बाद दीपक बैज ने अपने निजी लैपटॉप से इस्तीफा खुद टाइप किया और अपने सबसे भरोसेमंद साथी मलकीत सिंह गैदू को फोन कर रात में ही अपने निवास पहुंचने के लिए कह दिया। बताते हैं कि मलकीत सिंह रात में ही चार्टर्ड प्लेन से लोहंडीगुड़ा पहुंच गए। दीपक बैज ने अपना त्याग पत्र मलकीत सिंह गैदू को देकर उसी चार्टर्ड प्लेन से तुरंत दिल्ली जाकर त्याग पत्र सीधे मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को सौंपने के लिए रवाना कर दिया। सूत्र ने यह भी बताया कि मलकीत सिंह आधी रात बाद दिल्ली पहुंचे, इसलिए उनकी तीनों शीर्ष नेताओं से मुलाकात नहीं हो पाई। रविवार को सुबह मलकीत सिंह ने दीपक बैज का त्यागपत्र तीनों नेताओं के हवाले कर दिया। इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने मलकीत सिंह गैदू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी और निर्देशित किया कि छत्तीसगढ़ कई सभी 11 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत होनी चाहिए, अन्यथा आप भी भाजपा ज्वाइन करने के लिए स्वतंत्र हैं।
जैन और मौर्य भी जाएंगे
सूत्रों ने बताया कि दीपक बैज के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लगने वाली है। पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक रेखचंद जैन, शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुशील मौर्य, महापौर सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू, प्रवक्ता जावेद खान समेत अन्य नेताओं ने भी कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया है। इन सभी नेताओं ने अपना त्याग पत्र तैयार भी कर लिया है। बताया गया है कि ये सभी नेता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव के समक्ष बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं।
लखमा का बीपी हुआ हाई
इधर सुकमा की सरकारी शराब दुकान में बैठे हमारे विशेष सूत्र ने बताया कि टिकट मिलने की खबर से खुश क्वासी लखमा सुकमा स्थित अपने निवास के विशेष कक्ष में अपनी खास मित्र मंडली के साथ जश्न मनाने में मशगूल थे। जैसे ही लखमा दादी को दीपक बैज के इस्तीफे की खबर मिली, वे बुरी तरह छटपटाने लगे। उनका ब्लड प्रेशर अचानक हाई हो गया, हार्ट बीट बढ़ गई। काफी देर बाद वे सामान्य हो पाए।