- कांग्रेस से बस्तर विधायक को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग
जगदलपुर बस्तर संभाग के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल को छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग आदिवासी समुदाय के लोग कर रहे हैं। आदिवासियों का कहना है कि भाजपा ने तो प्रदेश को आदिवासी मुख्यमंत्री दे दिया है। ऐसे में आदिवासी मुख्यमंत्री के सामने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का भी कर्तव्य बनता है कि वह नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी अपने किसी वरिष्ठ और अनुभवी विधायक को सौंपे। बस्तर के कांग्रेस विधायक इस नजरिए से नेता प्रतिपक्ष के लिए सर्वथा उपयुक्त हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के अप्रत्याशित परिणाम आए हैं। कांग्रेस राज्य में अपनी सत्ता नहीं बचा पाई और अब विपक्ष की भूमिका में आ गई है। आदिवासी बहुल बस्तर संभाग में भी कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। बस्तर के आदिवासी समुदाय के लोगों का कहना है कि विषम परिस्थितियों के बावजूद बस्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी लखेश्वर बघेल ने शानदार जीत हासिल करने में सफल रहे हैं। लखेश्वर बघेल एक ही विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कराने वाले पहले आदिवासी नेता बन गए हैं। वे अनुभवी कांग्रेस नेता हैं। सत्ता परिवर्तन की लहर के बावजूद बस्तर विधानसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले लखेश्वर बघेल बस्तर के एक कद्दावर नेता के रुप में जाने जाते हैं। पिछले कई वर्षों तक उन्होंने बस्तर जिला संगठन के अध्यक्ष के रुप में संगठन को सम्हाला, पार्टी को मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभाई और कांग्रेस को जिले की तीनों सीटें जितवाने में उनका अहम रोल रहा है। पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार ने उन्हें अति महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया। प्राधिकरण अध्यक्ष के रूप में बघेल ने बस्तर संभाग के सभी जिलों के विकास और आदिवासियों के कल्याण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। आदिवासी संस्कृति, परंपराओं, पूजा पद्धति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उन्होंने बड़ा योगदान दिया है। आदिवासियों की समृद्ध परंपरा नवाखाई जोहार भेंट कार्यक्रम की श्रृंखला शुरू कर उन्होंने नई पीढ़ी को पुरातन आदिवासी संस्कृति से जोड़े रखने की अनूठी पहल की है।बस्तर के गांवों में देवगुड़ी, मातागुड़ी निर्माण, सिरहा, गुनिया, मोहरिया, बजनिया आदि के लिए मानदेय की अहम योजना लाकर लखेश्वर बघेल ने उन्हें बड़ी राहत दी है। आदिवासियों के कल्याण और आदिवासी संस्कृति के उत्थान के लिए लखेश्वर बघेल द्वारा किए गए प्रयासों की चर्चा न सिर्फ बस्तर संभाग, बल्कि राजनांदगांव, मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी, कवर्धा, जशपुर, रायगढ़, सरगुजा आदि जिलों तथा तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, ओड़िशा, महाराष्ट्र आदि पड़ोसी राज्यों के आदिवासियों के बीच भी हो रही है। आदिवासी समुदाय के अनेक समाज प्रमुखों ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी मुख्यमंत्री के सामने नेता प्रतिपक्ष भी आदिवासी समुदाय से ही होना कांग्रेस के लिए हितकर साबित होगा। बस्तर सीट से कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल नेता प्रतिपक्ष पद के लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं। आदिवासियों ने अभा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से की है।