किसान खुदकुशी मामले की जांच करेगी कांग्रेस

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  •  विधायक लखेश्वर बघेल के संयोजकत्व में कमेटी गठित

जगदलपुर बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के ग्राम कुकड़ाझोर निवासी किसान हीरा बढ़ई द्वारा की गई आत्महत्या की पड़ताल के लिए कांग्रेस ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। कमेटी के संयोजक बस्तर के वरिष्ठ विधायक लखेश्वर बघेल बनाए गए हैं। कमेटी जल्द ही मृत किसान के गांव में जाकर वस्तुस्थिति का पता लगाएगी और मृतक के परिजनों तथा अन्य किसानों से चर्चा कर रिपोर्ट तैयार करेगी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज ने कल ही एक बयान जारी कर हीरा बढ़ई (हीरु) की खुदकुशी के लिए राज्य की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। श्री बैज का कहना है कि हीरु बढ़ई कर्जभार से लदा था। हीरु को उम्मीद थी कि राज्य की सत्ता में आई भाजपा अन्य किसानों के साथ उसका भी कर्ज माफ करेगी, लेकिन भाजपा सरकार ने इस संबंध में अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। इससे हीरु निराशा, हताशा और अवसाद में पड़ गया था। बैज का आरोप है कि भाजपा की वादाखिलाफी से परेशान होकर हीरु ने आत्महत्या की है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने जानकारी दी है कि जांच कमेटी के संयोजक वरिष्ठ विधायक लखेश्वर बघेल बस्तर बनाए गए हैं। कमेटी के सदस्य पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, छ्ग विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष संतराम नेताम, नारायणपुर के पूर्व विधायक चंदन कश्यप और जिला कांग्रेस कमेटी नारायणपुर के अध्यक्ष रजनू नेताम नामजद किए गए हैं। कमेटी के संयोजक व सदस्यों से से कहा गया है कि वे यथाशीघ्र कुकड़ाझोर जाकर मृतक किसान के परिजनों, गांव के लोगों से चर्चा कर रिपोर्ट जल्द प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को भेजे।

बड़ा मुद्दा बनाएगी कांग्रेस

किसान हीरु बढ़ई आत्महत्या प्रकरण को कांग्रेस बड़ा मुद्दा बना सकती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का आरोप है कि उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत भाजपा के अन्य बड़े नेता चुनावों के दौरान मंचों से कहते रहे हैं कि भाजपा सत्ता में आएगी तो किसानों के दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ कर दिया जाएगा, किसानों का धान 31 सौ रूपए प्रति क्विंटल की दर से तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से खरीदा जाएगा। इन वादों पर अमल के लिए भाजपा सरकार ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। हीरु बढ़ई की आत्महत्या की जांच रिपोर्ट कमेटी द्वारा प्रस्तुत की जाने के बाद कांग्रेस राज्य की नई नवेली भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए आंदोलन छेड़ सकती है।