कर्ज बड़ा, धान की उपज बहुत कम, इसलिए कर ली खुदकुशी

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  •  हीरु पर था 1.24 लाख का कर्ज, 9 एकड़ में सिर्फ 70 बोरी धान की हुई पैदावार
  • कुकड़ाझोर के मृत किसान के परिजनों से मिली कांग्रेस की 5 सदस्यीय जांच कमेटी
    अर्जुन झा
    जगदलपुर बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के कुकड़ाझोर निवासी किसान हीरु बढ़ई की आत्महत्या के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है। कहा जा रहा है कि हीरु पर सवा लाख रुपए का कर्ज तो था ही, इस वर्ष उसे धान की उपज बहुत ही कम मिली थी। पूरे परिवार के जीवन निर्वाह की जिम्मेदारी हीरु पर ही थी। कर्ज अदा करने और धान की पैदावार कम होने की चिंता में घुले जा रहे हीरु ने अपने खेत में कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या कर ली थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा गठित जांच कमेटी ने सोमवार 18 दिसंबर को कुकड़ाझोर जाकर पीड़ित परिवार के सदस्यों, गांव के अन्य किसानों तथा ग्रामीणों से चर्चा की एवं सच्चाई का पता लगाया।

जांच कमेटी में संयोजक बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल, पूर्व मंत्री एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम, नारायणपुर के पूर्व विधायक चंदन कश्यप और जिला कांग्रेस कमेटी नारायणपुर के अध्यक्ष रजनू नेताम शामिल थे। कुकड़ाझोर के किसान हीरु बढ़ई ने 12 दिसंबर को फसल बर्बाद हो जाने और कर्ज के बोझ से परेशान होकर अपने खेत में कीटनाशक सेवन कर आत्महत्या कर ली थी। जांच कमेटी के सदस्य सोमवार को ग्राम कुकड़ाझोर पहुंचे थे। उन्होंने मृत किसान के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और घटना की जानकारी ली। समिति के सदस्यों ने ग्राम के अन्य किसानों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याओं और फसल की स्थिति की जानकारी ली। जांच समिति ने परिजनों और गांव के अन्य किसानों के बयान दर्ज कर रिपोर्ट तैयार कर ली है। मृत किसान के परिजनों ने बताया कि हीरू बढ़ई ही घर का पालन पोषण करता था। इस साल उसके बेटे का शादी भी होने वाली थी। हीरु 9 एकड़ खेत का मालिक रहा है। इस साल उसके नौ एकड़ खेत से केवल 70 बोरी ही धान की पैदावार हुई है। हीरु पर 1 लाख 24 हजार रु. का कर्ज भी था। वह हमेशा इस बात को लेकर चिंतित रहा करता था कि इस बार पैदावार अच्छी नहीं हुई है तो कर्ज किस तरह पटा पाएंगे और बेटे का विवाह के लिए रकम का इंतजाम कैसे होगा? इस बात का जिक्र वह प्रायः रोज किया करता था। इसी चिंता में हीरु घुले जा रहा था और अंततः उसने आत्महत्या कर ली। जांच समिति ने मृत किसान के परिवार को हर हाल में न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, सांसद प्रतिनिधि अजय देशमुख, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजेश दीवान, नारायणपुर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रघु मानिकपुरी, शहर अध्यक्ष रवि देवांगन, तौहीद खान, प्रमोद नैलवा, सुनीता मांझी, शिवप्रसाद पांडे, राजू देहरी, रोशन खत्री, किरण कुमार वड्डे, वेदवती पात्र, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष बोधन देवांगन, विजय सलाम, धर्मा पाढ़ी, दीपक गांधी, भुवनेश्वर बघेल, अल्ताफ खान, जागेंद्र कुमार जीराम व अन्य लोग उपस्थित थे।