दल्लीराजहरा – ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आव्हान पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे श्रमिक यूनियन द्वारा बोनस मांग दिवस दिनांक 20/10/20 को रेलवे स्टेशन DALLIRAJHARA में सभी विभाग के कर्मचारियों के द्वारा सरकार के रेल नीतियों के खिलाफ बोनस की मांग के लिए एक आवाज़ उठाए, लगभग 50 रेल कर्मचारियों ने स्टेशन के समीप प्रातः 11 बजे एकत्र हुए,

जिसमें, बिजली, परिचालन, मैकेनिकल, लोको, इंजीनिरिंग, सिग्नल, मेडिकल , विभाग के कर्मचारी ने बड़े जोर के साथ बोनस की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किए, लाल झंडे से लबा लैब उक्त कार्यक्रम में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे श्रमिक यूनियन के पूरे पद अधिकारी उपस्थित रहे, इस अवसर पर संगठन के सचिव श्री एडवर्ड स्टीफेंस ने सरकार के रेल विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की, तथा 1974 के हड़ताल के वो दिन याद दिलाए, जब इसी प्रकार एक

सरकार ने अपनी दामन करी नीतियों के चलते रेल के कर्मचारियों की नौकरी खा गए, उसके बाद उस सरकार को जनता ने सबक सिखाया, आज फिर वही इतिहास दोहराया जा रहा है, कर्मचारियों के बोनस की मांग, रेल की निजीकरण के खिलाफ लाल झंडे के सिपाही ने अपना पक्ष रखा, की किस प्रकार देश की संपत्ति निजी हाथों में बेचे जा रहे है, आनेवाले समय में जहां 20 -25 रुपए में लोग राजहरा से दुर्ग तक सफर कर लेते थे अब निजी ट्रेन में वही किराया

तीन गुना ज्यादा दे कर आम जनता को मजबूरन सफर करना पड़ेगा, अपने भाषण में उन्होंने बोनस किस प्रकार से रेल कर्मचारियों को प्राप्त हुआ कैसे प्राप्त हुआ इसकी जानकारी उन्होंने दी, किस प्रकार से कर्मचारियों के घर के बिजली पानी काटी गए ताकि 1974 के हड़ताल को रोका जा सके। सातवे वेतन मे रेल कर्मचारियों के कितने ही भत्ते काट दिए, जिससे कर्मचारियों को

काफी नुकसान उठाना पड़ा, 2020 जनवरी से 2021 जुलाई तक का महंगाई भत्ता भी इस सरकार ने रोक लगा दी, जिससे एक छोटे से कर्मचारी को भी 60 से 70 हजार का नुक़सान होगा, उसके बाद भी बोनस को नहीं देने का मन अगर सरकार बनाती है तो बहुत ही निंदनीय बात होगी। ऐसे में सभी संगठन के कर्मचारियों को एक होकर सरकार की इस गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की बात की गए, ताकि सरकार को होश में का सके।

इस आन्दोलन में मुख्य रूप से उपस्थित सचिव एडवर्ड स्टीफेंस, अध्यक्ष टी रमना राव, विक्रम राव, एम डी सरफराज, बैजील एंथोनी नागूर, अंकैय्या, रमन, दिनकर, कुशाल सिंह, धनसिंह ध्रव रहे |