1 दिसंबर से धान खरीदी की घोषणा के बाद व धान खरीदी सहकारी समितियों के द्वारा बारदाना उपलब्ध न कराए जाने के पश्चात से ही क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा भारी मुनाफा लेकर बारदाना विक्रय किया जा रहा है।जहां किसान एक और अपनी उपज को जल्द से जल्द सहकारी समिति तक पहुंचाना चाह रहा है वही बारदाना की अनुपलब्धता का फायदा उठाकर मौकापरस्त व्यापारियों द्वारा किसानों से खुलेआम लूट की जा रही है। आमतौर पर 15 से 17 रुपये में मिलने वाले बारदाने को 35 से ₹40 तक विक्रय किया जा रहा, किसान लूटे जा रहे हैं और प्रशासन मौन दर्शक की भांति सब कुछ देख रहा है। विगत दिनों क्षेत्र में असमय हुई बारिश से उपज को बहुत नुकसान हुआ है, किसानों ने अपनी धान की कटाई कर ली है और उन्हें जल्द से जल्द विक्रय करना अत्यंत आवश्यक है जिसके चलते बारदाना की मारामारी क्षेत्र में देखे जा रही है।