गुंडरदेही सहित पूरे बालोद जिला में अवैध ईट निर्माण की भट्ठों पर तैयारी तेजी से चल रही है। पूरे जिलों में सैकड़ों की संख्या में अवैध ईंट भट्ठे हैं जो सालों से जमे हुए हैं, परंतु खनिज विभाग द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई तो दूर की बात है उल्टे विभाग के संरक्षण में ही यह अवैध कार्य पूरे जिले में चल रहा है। ईंट भट्टों के चलते पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है अवैध ईंट भट्टों में ईंट पकाए जाने के लिए लकड़ी का उपयोग होता है, जिसके लिए अवैध तरीके से वनों की कटाई की जा रही है ।वही नदी किनारे स्थिति भट्ठों के लिए नदी की मिट्टी और रेत का उपयोग किया जाता है। तांदुला नदी किनारे सिकोसा मनोहरा गुंडरदेही बाघमारा सहित नदी किनारे स्थित गांव में अवैध भट्टे देखे जा सकते हैं ।जहां एक और पूरी दुनिया मौसम परिवर्तन को लेकर चिंतित है, वहीं बालोद जिला के खनिज विभाग अपनी जेबें गर्म करने में लिप्त है।