- धर्मपत्नी को भी नहीं दिया आमंत्रण
- रानी विभा सिंह ने खैरागढ़ कलेक्टर को पत्र लिखकर मुति अनावरण रोकने की मांग
राजनांदगांव खैरागढ़ के पूर्व विधायक स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की कल मूर्ति व गार्डन का खैरागढ़ मे अनावरण हो रहा है ।यह अनावरण कांग्रेस के दिग्गज नेता , पूर्व सीएम एवं राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल खैरागढ़ में करेंगे । इस आशय का एक पत्र जारी हुआ है।इसके आयोजन को लेकर खैरागढ़ नगरपालिका व कांग्रेसियों ने अच्छी खासी तैयारी कर ली है पर इस मूर्ति के अनावरण में स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की धर्मपत्नी रानी विभा सिंह को आमंत्रण नहीं मिलने व उनके द्वारा खैरागढ़ कलेक्टर को पत्र लेकर इस कार्यक्रम पर रोक की मांग को लेकर विवाद गहरा गया है । एक जारी बयान में रानी विभा सिंह ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि राजा देवव्रत सिंह ने कांग्रेस पार्टी की लंबे समय तक सेवा की और विभिन्न संगठन और निर्वाचित पदों पर रहे। उनको हमेशा द्वारा परेशान कर टिकट से वंचित करने की मंशा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की रही । इसके चलते उन्होंने जोगी कांग्रेस का दामन थामकर यह जता दिया कि वह निर्भीक और दबंग राजनेता है। जिनको खैरागढ़ विधानसभा की जनता उनके कार्यों और सदाचरण के कारण पसंद करती है और विधानसभा चुनाव में भी राजा साहब ने जीतकर सिद्ध कर दिया था कि उनको जनता हमेशा दिल से पंसद करती है। श्रीमती विभा सिंह ने कहा कि मैंने खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्रकार वार्ता के माध्यम से स्वर्गीय राजा देवव्रत सिंह की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने के साथ उनके नाम पर खैरागढ़ विधानसभा के जलाशय ,गार्डन अथवा योजनाओं का नाम रखने की मांग की थी। अब राजनांदगांव से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में भूपेश बघेल राजनांदगांव से है और कल वह खैरागढ़ में मूर्ति का अनावरण कराने वाले है । इस आयोजन को लेकर नगरपालिका, कांग्रेस संगठन और पूर्व मुख्यमंत्री गंभीर नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री केवल अपना राजनीतिक फायदा उठाने के लिए यह खेल कर रहे हैं क्योंकि राजा साहब व उनके परिवार के साथ खैरागढ़ विधानसभा की जनता आज भी दिल से जुड़ी है और वह कहीं ना कहीं उनकी कमी महसूस करती हैं ।इसी भावनाओं को भुनाने के लिए प्रत्याशी घोषित होने के बाद भूपेश बघेल मूर्ति का अनावरण के साथ गार्डन का भी उदघाटन कर रहे हैं ।इस मूर्ति व गार्डन का अनावरण में स्वर्गीय राजा देववत सिंह की धर्मपत्नी होने के नाते कांग्रेस संगठन और भूपेश बघेल को आमंत्रित करना था परंतु वह कुछ नेताओं के हाथ की कठपुतली बनकर रह गए हैं और उनमें चिंतन वाली बात नही रह गयी है।इसके चलते मुझे आज अभी तक आमंत्रण व सम्मान नहीं मिल पाया है। इसके लिये मैंने खैरागढ़ कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा को लिखित पत्र लिखकर आपत्ति जताते हुए कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम व राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल जो कहते हैं वह करते नहीं हैं ।इसके चलते राजा साहब देववत सिंह की प्रतिमा के अनावरण में मेरे जायज हक को लेकर उन्होंने चिंता नहीं की और न ही मुझे सूचित करना जरुरी समझा।यही हाल खैरागढ़ कांग्रेस संगठन व विधायक सहित नगरपालिका का है जो मुझे बुलाने व आंमत्रण देने से कतरा रही है।इस बात की जनता के बीच चर्चा है कि ऐसे प्रतिनिधि का चुनाव कहां तक ठीक है। आम जनता यह जानना चाहती है कि राजा साहब के रिश्तेदार और पत्नी को पूर्व सीएम ,कांग्रेस संगठन व विधायक आमंत्रित नही कर उपेक्षित क्यों करना चाहते है । उन्होंने आरोप लगाया कि इस बात को लेकर चौक चौराहे पर चर्चा जारी हो गई है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस लोकसभा चुनाव में अपने घटते राजनीतिक कद को लेकर चितित है और राजा साहब की लोकप्रियता को खैरागढ़ विधानसभा सहित लोकसभा क्षेत्र मे वह भुनाना चाहते है।
उन्होंने आश्चर्य जताया कि भूपेश बघेल के राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी बनते ही कई भाजपायी खामोश है और ऐसे गंभीर मुद्दों पर उनकी खामौशी कुछ न कुछ कह रही हैजबकि उन्हें अपनी बात बेबाकी से रखकर बयान जारी करना चाहिये।रानी विभा सिंह ने खैरागढ़ कलेक्टर से इस मामले मे हस्तक्षेप कर इस कार्यक्रम में रोक लगाने की मांग की है।