प्रशासन और जनप्रतिनिधि ने ली बेसहारा बुजुर्ग महिला चेरो बाई की सुध

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  •  अपाहिज वृद्धा को आवास उपलब्ध कराने कवायद
  • अब चेरोबाई को मिलेगा प्रधानमंत्री आवास
    -अर्जुन झा-
    बकावंड हरिभूमि में बुजुर्ग महिला चेरो बाई की त्रासदी की गाथा प्रकाशित होने के बाद प्रशासन और जनप्रतिनिधि उसकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। भाजपा नेता एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि बनवासी मौर्य बुजुर्ग को हर संभव मदद के लिए तत्पर दिख रहे हैं, वहीं प्रशासन ने भी चेरो बाई को आशियाना उपलब्ध कराने के लिए कवायद तेज कर दी है।
    बस्तर जिले के बकावंड विकासखंड की ग्राम पंचायत डिमरापाल निवासी 60 वर्षीय चेरो बघेल पैरों से विकलांग है। निशक्त चेरो बाई की परवरिश करने से उसकी ही संतानों और परिजनों ने हाथ खींच लिया और उसे घर से निकाल दिया है। चेरो बाई सरकारी उचित मूल्य की दुकान के भवन के एक हिस्से में रहकर दिन काट रही है।

उसके नाम पर स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास भी रिश्तेदारों ने बनने नहीं दिया।डिमरापाल के सरपंच सचिव ने भी चेरो बाई की मदद नहीं की। इस समाचार पत्र ने जब चेरो बाई की त्रासदी को प्रशासन और जन सामान्य के बीच लाया, तब लोग उसकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बनवासी मौर्य ने चेरो बाई के लिए आवास निर्माण की पहल की है।  मौर्य ने जल्द से जल्द प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चेरो बाई के लिए आवास बनवाने की पहल शुरू कर दी है, मगर इस नेक राह में पंचायत सचिव रोड़ा बन रहे हैं। बनवासी मौर्य ने आज पटवारी और पंचायत सचिव को आवास के लिए जमीन की नापजोख करने बुलाया था, मगर सचिव नहीं पहुंचे। बनवासी मौर्य ने कहा है कि वे हर हाल में चेरो बाई के लिए एक आवास बनवा कर ही रहेंगे। वहीं बकावंड के एसडीएम गगन शर्मा ने भी चेरो बाई को आवास और सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ दिलाने प्रशासनिक स्तर पर पहल शुरू कर दी है। एसडीएम का कहना है कि चेरो बाई के लिए जल्द ही आवास की व्यवस्था कर दी जाएगी।