ग्रामीणों ने दी चेतावनी, कार्यवाही नही हुआ तो जिला मुख्यालय में होगा जंगी प्रदर्शन, सावनार मारपीट मामले में कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

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बीजापुर। गंगालूर थाना क्षेत्र के सावनार में ग्रामीणां द्वारा सुरक्षा बल के जवानों पर गश्त के दौरान 14-15 महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद इस मामले को लेकर शनिवार को घटना के विरोध में घायल महिलाओं को टैक्टर में लेकर चेरपाल पहुंचे ग्रामीणों ने रविवार को जवानों के खिलाफ बीजापरु एसडीएम डॉ हेमेंद्र भुआर्य को इस मामले में जवानों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपकर पांच दिनों के अंदर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही पांच दिनों के अंदर कार्रवाई ना होने की स्थिति में गंगालूर क्षेत्र के सभी ग्रामीण मिलकर जिला मुख्यालय में अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

विदित हो कि शुक्रवार को सावनार के ग्रामीणों ने गस्त पर गए जवानों पर बेरहमी से महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए बताया था कि गष्त पर निकले जवानों द्वारा गांव के एक युवक को नक्सली बताकर गिरफतार किया गया था। जिसका विरोध करने पर जवानों द्वारा विरोध करने वाली महिलाओं के साथ मारपीट की गई थी। हालांकि बीजापुर पुलिस ने शनिवार को ही गिरफतार युवक को मिलिशिया कमांडर बताकर जेल भेज दिया था, बावजूद अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण रातभर पदेड़ा में डटे रहें। इस घटना के विरोध में ग्रामीणों के आंदोलन की खबर को सुनकर रविवार की सुबह कलेक्टर रीतेश अग्रवाल के निर्देष पर पदेड़ा पहुंचे एसडीएम डॉ हेमेंद्र भुआर्य और तहसीलदार ने ग्रामीणों से मिलकर पहले उनकी समस्याएं सुनी बाद में ग्रामीणों ने बताया कि जवान जब भी गस्त पर गांव में आते हैं तो ग्रामीणों के साथ बुरा बर्ताव करते हुए मारपीट और लाठी चार्ज की जाती है, इसके अलावा इस समय फसल का मौसम है, बावजूद जवान खेतों में घुसकर फसल को नष्ट करने के साथ ही घर के पालतु जानवरों को भी उठाकर ले आते हैं, जिसको लेकर भी कई बार प्रषासन को ज्ञापन सौंपा गया था, बावजूद आज पर्यंत इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं, इसलिए इस बार पुनः मारपीट की घटना को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है अगर इस बार पांच दिनों के अंदर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती हैं तो जिला मुख्यालय में वृहद आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।