चार प्रतिशत डीए और बकाया एरियर्स की मांग को लेकर लामबंद हुए कर्मचारी संगठन

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  •  मांग न मानी तो अगस्त में फूंकेंग आंदोलन का बिगुल 
    जगदलपुर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक अजय प्रताप सिंह परिहार ने बताया कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा की 16 जुलाई को इंद्रावती भवन नया रायपुर में आयोजित बैठक में प्रदेशभर से दो दर्जन से अधिक कर्मचारी अधिकारी एवं शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी संगठनों ने चुनाव के दौरान कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान देय तिथि से डीए एवं पिछले डीए की एरियर्स राशि को जीपीएफ खाते में समायोजित करने की सरकार द्वारा दी गई मोदी की गारंटी को पूरा कराने के लिए कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले संघर्ष करने का आव्हान किया गया।

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय सयोजक अनिल शुक्ला एवं मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत ने संयुक्त मोर्चा की बैठक में विभिन्न संगठनों के प्रांताध्यक्ष एवं प्रतिनिधियों ने कहा कि पिछले सात माह से प्रायः सभी कर्मचारी संगठन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर केंद्र के समान डीए देने की मांग कर चुके हैं। बाबजूद राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्रीय कर्मचारियो एवं अन्य राज्य के कर्मचारियों की तुलना में 4 फीसदी कम डीए 1 जनवरी 2024 से मिल रहा है ।सरकार द्वारा डीए की घोषणा करने में हो रहे विलंब के कारण प्रदेश के साढ़े चार लाख कर्मचारी एवं डेढ़ लाख पेंशनरों में आक्रोश है। समस्त वक्ताओं ने कहा की जिस प्रकार से जुलाई 2023 में प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठनों ने सयुक्त मोर्चा के बैनर तले एकजुटता दिखाकर तत्कालीन भूपेश सरकार को एकमुश्त 9 प्रतिशत डीए तथा 9 प्रतिशत एचआरए देने के लिए विवश कर दिया था, उसी एकजुटता के साथ पुनः संघर्ष का शंखनाद किया जाए। सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि 22 जुलाई से विधानसभा सत्र को देखते हुए संयुक्त मोर्चा का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश के वित्त मंत्री, मुख्यमंत्री सहित अन्य जन प्रतिनिधियों से मिलकर अपनी मांग रखेगा। यदि जुलाई अंत तक सरकार ने डीए की घोषणा नही की तो अगस्त में प्रदेश व्यापी आंदोलन करने की घोषणा कर दी जाएगी। बैठक को प्रमुख रूप से कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत, तीरथ लाल सेन संरक्षक, संजय सिंह प्रांताध्यक्ष लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ, डॉ. जितेंद्र सिंह ठाकुर प्रांताध्यक्ष कोषालय कर्मचारी संघ, आलोक मिश्रा प्रांताध्यक्ष स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, जयनारायण श्रीवास्तव प्रांताध्यक्ष राज्य पेंशनर एवं कर्मचारी कल्याण संघ, संजय तिवारी प्रांताध्यक्ष विद्यालयीन शिक्षक कर्मचारी संघ, पीआर साहू प्रांताध्यक्ष लघु वेतन कर्मचारी संघ, डीपी मनहर प्रांताध्यक्ष पेंशनधारी कल्याण संघ, विकास सिंह राजपूत प्रांताध्यक्ष नवीन शिक्षक संघ, नरेंद्र सिंह ठाकुर प्रांताध्यक्ष राज्य शिक्षक महासंघ, जीआर क्षत्रिय प्रांताध्यक्ष मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, अशोक कुमार नावरे उप प्रांताध्यक्ष छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ, सुनील यादव प्रांतीय महामंत्री शिक्षक कांग्रेस, योगेश सिंह ठाकुर प्रांतीय महामंत्री छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, राजेश कुमार वरकड़े संचालनालय कर्मचारी संघ, महेंद्र कुमार चंद्राकर सर्व शिक्षक कल्याण संघ, शशि कांत गौतम पूर्व प्रांताध्यक्ष राज्य कर्मचारी संघ, विद्याभूषण दुबे एवं विष्णु चंद्राकर ने संबोधित किया। बैठक में विभिन्न संगठनों से कांति सूर्यवंशी, भोलाराम कीर, दिलीप कुमार चंद्रवंशी, शिव गुप्ता, सुखीराम धृतलहरे, सुनील भूमरकर, श्यामलाल साहू, एमएल खांडे, मनोज गिरी गोस्वामी सहित 52 प्रतिनिधि उपस्थित थे।