- बस्तर विश्वविद्यालय में विज्ञापन के बाद भुल गया प्रबंधनजगदलपुर बस्तर विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य बस्तरवासियों को उच्च शिक्षित करना है लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन कितनी गंभीर है कि विज्ञापन में सब्ज- बाग दिखाकर बच्चों का एडमिशन ले लिया है किंतु वह ना कक्षा की व्यवस्था की है ना प्राध्यापकों की नियुक्ति किया गया है।
बस्तर विश्वविद्यालय जोकि शहीद महेंद्र कर्मा विश्व विद्यालय के नाम पर संचालित है यह विश्वविद्यालय जगदलपुर के घरमपूरा में हैं।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत् शैक्षणिक सत्र 2024-25 सिधी भर्ती के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया। युजी व पीजी विषयों में प्रवेश हेतु सैकड़ों छात्रों ने आवेदन किया जिसकी अंतिम तिथि 31 जुलाई 2024 ते की गई थी और वह मियाद पूरी हो गई है और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्रों की लिस्ट भी जारी कर दी है ,जिसमें से कई छात्रों का एडमिशन हो गया लगभग 30 विषयों के लिए एडमिशन हुआ है। विश्वविद्यालय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नीचे वर्णित इन विषयों रूलर टेक्नोलॉजी, एमएसडब्ल्यू,एमसीए, पीजीडीसीए,एन्थ्रोपोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, बीइड, इंग्लिश व राजनीतिक शास्त्र जैसे विषय को छोड़कर किसी भी अन्य विषय के लिए प्राध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई है ना ही छात्रों के लिए कक्षा आवंटित है। महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में नव प्रवेशित छात्र इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर है। विश्वविद्यालय के विज्ञापन के अनुसार छात्रों के लिए हॉस्टल एवं अन्य सुविधाएं जैसे प्रैक्टिकल कक्ष तथा तथा कई और सुविधाएं भी मौजूद होने का वादा किया गया है।