राजनीति की मकड़जाल में नगर निगम की राजनीति

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  • सामान्य सभा नहीं होने से जनहित कार्य प्रभावितजगदलपुर संभाग मुख्यालय बस्तर के सबसे बड़े नगरीय निकाय जगदलपुर में महापौर सफीरा साहू ना बजट पेश कर पा रही हैं ना सभापति कविता साहू सामान्य सभा क्योंकि अब दोनों के बीच पटरी नहीं बैठ रही है जिसके कारण अब जनहित के कार्य प्रभावित हो रहें हैं जिससे आगामी चुनाव में पार्षदों को बड़ी परेशानी हो सकती है। नगर निगम के पूर्व सभापति अब्दुल रशीद ने मोर्चा खोल दिया है तथा सभापति कविता साहू को सबसे ज्यादा जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

11 मार्च 2024 को सामान्य सभा का आयोजन गया था ,कांग्रेस की महापौर सफीरा साहू आम बजट पेश करने वाली थी लेकिन निगम अध्यक्ष कविता साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग की तारीख भी तय तो गई लेकिन उसकी कुर्सी बच गई और उस दिन आम बजट पेश नहीं हो पाई । नगरीय निकाय की राजनीति में ऐसा घटनाक्रम घटा कि कांग्रेस पार्टी की महापौर सफीरा साहू ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया और वह दिन है और आज का दिन है कि निगम में कोई बैठक नहीं हो रही है जिसके कारण जनहित के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पा रहा है और कोई प्रस्ताव पास नहीं किया जा रहा है।

पूर्व सभापति अब्दुल रशीद ने अब सभापति कविता साहू के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मोर्चा खोल दिया है और पूर्व सभापति रसीद का कहना है कि सामान्य सभा की बैठक आहुत करने का अधिकार सभापति कविता साहू के पास हैं लेकिन वह महापौर सफीरा साहू पर दोषारोपण कर रही है कि मेयर इन काउंसिल के प्रस्ताव नहीं भेज रही है जबकि सामान्य सभा के पास मेयर इन काउंसिल के अलावे भी कई प्रस्ताव विभिन्न विभागों के माध्यम से आते हैं जिसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित अन्य कई पेंशन योजनाएं लंबित है जोकि अटके पड़े हैं।