- कोंटा में उमड़ पड़ा श्रद्धा भक्ति का अनूठा सैलाब
जगदलपुर कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक स्थित रामलिंगेश्वर शिव मंदिर में 5001 दीपों से आलोकित दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अद्भुत आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। छत्तीसगढ़ के अलावा आंध्रप्रदेश और तेलंगाना से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे, जिनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया।
इस अवसर पर आयोजित जोलातोरण पूजा ने श्रद्धालुओं को गहन आध्यात्मिक अनुभव प्रदान किया। इस विशेष परंपरा के अनुसार भगवान शिव और मां पार्वती को पालकी में विराजित कर गिर प्रदर्शन किया गया। पालकी को मंदिर परिसर में तीन बार घुमाया गया, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं में अपार उत्साह था। इस पूजा का संचालन प्रतिष्ठित पंडित चैतन्या स्वामी और मल्लिकार्जुन स्वामी ने विधि-विधान से किया।
दीपों की रोशनी से नहा उठे मंदिर परिसर और वातावरण में भजन-कीर्तन तथा आरती की गूंज ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान की। जोलातोरण पूजा का आयोजन मंदिर की प्राचीन परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं को जीवंत रखने का एक अभूतपूर्व प्रयास है।इस आयोजन में कोंटा ब्लॉक के स्थानीय निवासियों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। आंध्र प्रदेश से आए भक्तों ने कहा- यह पूजा हमारी संस्कृति और परंपराओं को जोड़ने का एक अनूठा माध्यम है। तेलंगाना से पहुंचे एक श्रद्धालु ने इस आयोजन को बेहद खास बताते हुए कहा -शिव और पार्वती की पालकी यात्रा का दृश्य अद्भुत था। इस भव्य आयोजन की सफलता के लिए मंदिर समिति, स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवकों ने सराहनीय कार्य किया। श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन, और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया। रामलिंगेश्वर शिव मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा का यह आयोजन, दीपोत्सव, जोलातोरण पूजा और सांस्कृतिक गतिविधियों का अद्भुत संगम था। यह आयोजन न केवल धार्मिक परंपराओं को संजोने का काम कर रहा है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी बढ़ावा दे रहा है।