- वन एवं सहकारिता मंत्री ने किया निर्माण कार्यों का भूमिपूजन
- विक्रम भैया के हर आदेश का करेंगे पालन: कश्यप
जगदलपुर वन, जल संसाधन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने गुरुवार को बस्तर संभाग के अंतागढ़ क्षेत्र के कापसी परालकोट जलाशय के गेट की मरम्मत सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया।
इस दौरान विधायक एवं पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी, जिला भाजपा अध्यक्ष सतीश लाटिया एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, भाजपा कार्यकर्ता, नागरिक उपस्थित रहे। सभा को संबोधित करते हुए मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि हमारी सरकार और हमारे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मक्का व धान उत्पादन, सहकारिता, मत्स्य पालन, गाय, बकरी, बत्तख, मुर्गी, सुअर पालन को प्रोत्साहित कर रहे हैं। मत्स्य पालन के क्षेत्र में 500 सहकारी समितियों के गठन लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि अंतागढ़, कापसी, परलकोट क्षेत्र इंटीग्रेटेड कृषि और मछली पालन व उत्पादन के मामले में अग्रणी है। दूसरे इलाकों के लोग यहां से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सकल मछली उत्पादन का 37 से 40 प्रतिशत तक मछली उत्पादन इसी क्षेत्र में होता है। यह मेरे लिए गर्व की बात है। इस उपलब्धि के लिए आप सभी को बधाई। मंत्री केदार कश्यप ने लोगों से मत्स्य पालन के लिए सहकारी समितियां बनाने का आह्वान किया। उन्होंने मौके पर ही एसडीएम को इसके लिए निर्देशित भी किया। मंत्री कश्यप ने परलकोट जलाशय की बांयी तट नहर के 10 किलोमीटर हिस्से की लाइनिंग के लिए 15 सौ लाख रुपए का प्रावधान किए जाने की जानकारी देते हुए इस कार्य को जल्द शुरू कराने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने सिंचाई और विकास एवं जनहित से जुड़े अन्य कार्यों को प्राथमिकता से कराने की बात भी कही। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी को सम्मान देते हुए कहा कि विक्रम भैया जो भी आदेश देंगे, उसे जरूर पूरा किया जाएगा।
मोबाईल गिरे तो गिरे, पानी खाली न हो
जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने इस दौरान एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए अधिकारियों को आगाह किया कि इस परलकोट जलाशय और अन्य बांधों के पानी पर पहला अधिकार किसानों और क्षेत्र के लोगों का है। किसी भी अधिकारी का कीमती मोबइल फोन या महंगी से महंगी चीज क्यों न जलाशय में गिर जाए, जलाशय का पानी खाली न किया जाए। किसी अधिकारी ने ऐसा किया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। कश्यप ने कहा – मैंने सुना है कि एक अधिकारी का मोबइल फोन परलकोट जलाशय के पानी में गिर गया था। उस मोबइल फोन को ढूंढने के लिए जलाशय का पानी निकाल दिया गया था। कश्यप ने कहा कि ऎसी गलती दोबारा नहीं होनी चाहिए। आप अपनी चीजें सम्हाल कर रखें, उसके लिए किसानों और ग्रामीणों के हक के पानी को व्यर्थ न बहाएं।