- राज्य की सभी नब्बे विधानसभा सीटों पर उतारे जाएंगे उम्मीदवार भ्रष्टाचार के साथ ही मुफ्त बिजली, शिक्षा, पानी होंगे चुनावी मुद्दे
जगदलपुर आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में भी रेवड़ी कल्चर के दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी राज्य की सभी 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और छत्तीसगढ़ सरकार के कथित भ्रष्टाचार और मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा को मुद्दा बनाएगी।
राज्य के दौरे पर आए आम आदमी पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी एवं बुराड़ी के विधायक संजीव झा ने उक्त जानकारी दी। झा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों में प्रत्याशी चयन के लिए सर्वे कराया जाएगा। सर्वे के आधार पर जनता की पसंद के अनुरूप ईमानदार और निर्विवाद छवि के व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी का जनाधार और संगठन न होने के सवाल पर श्री झा ने कहा कि हमारी पार्टी लोगों के हित में काम करती है। पंजाब में पार्टी की ऐतिहासिक जीत ने देश की चुनावी राजनीति में एक नया रिकार्ड बनाया है। महज दस साल में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर लेना आम आदमी पार्टी की बड़ी उपलब्धि है। चुनावी मुद्दे क्या होंगे, इस सवाल पर संजीव झा ने कहा कि हम दिल्ली और पंजाब की जनता को फ्री बिजली और पानी तथा बच्चों को मुफ्त में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं। इससे लोगों को बड़ी राहत मिल रही है। केजरीवाल मॉडल को पूरे देश की जनता खूब पसंद कर रही है और छत्तीसगढ़ के लोगों को भी हमारे नेता अरविंद केजरीवाल के कार्य और योजनाओं की जरूरत है। हम जनता की पसंद के अनुरूप उम्मीदवार उतारेंगे। प्रत्याशी चयन के लिए राज्य की सभी नब्बे सीटों में सर्वे कराया जाएगा। साफ सुथरी छवि और ईमानदार व्यक्तित्व वाले लोग ही प्रत्याशी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा की कार्यप्रणाली से छत्तीसगढ़ की जनता तंग आ चुकी है। मुफ्त बिजली, पानी और शिक्षा के साथ ही राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार को भी आम आदमी मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेगी।
नगरनार निजीकरण पर कांग्रेस – भाजपा मिले हुए हैं
नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण के मुद्दे पर संजीव झा ने कहा कि इसमें कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सहभागी हैं। छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेता और भाजपा के लोग भी अडानी के भक्त हैं। ये लोग मिलजुल कर नगरनार इस्पात संयंत्र को अडानी की कंपनी के हवाले करने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी इस कदम के खिलाफ है और बस्तर में इसे बड़ा मुद्दा बनाएगी। उन्होंने कहा कि बस्तर के आदिवासियों की भावनाओं का सम्मान न करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार और राज्य की कांग्रेस सरकार नगरनार इस्पात संयंत्र को बेचने पर आमादा हैं।