- पूर्व वनमंत्री और भाजपा जिला अध्यक्ष के संरक्षण में अवैध रेत खनन: विक्रम
- रेत माफियाओं को भाजपा का खुला संरक्षण: मंडावी
अर्जुन झा–
जगदलपुर तारलागुड़ा की रेत किस दल के हाथों से राजनीति को रेत की तरह फिसलने से बचाएगी और तार लेगी तथा किस दल को स्वयं में दफन कर लेगी, यह तो आसन्न निकाय चुनावों में ही पता चलेगा, मगर यह जरूर है कि बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में रेत की राजनीति तेज हो गई है। तारलागुड़ा में बड़े अवैध रेत भंडार का भांडा फूटने के बाद बीजापुर के कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी बेहद आक्रामक मुद्रा में नजर आ रहे हैं। उन्होंने भाजपा और उसके नेताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। यही नहीं श्री मंडावी अवैध रेत खनन के मुद्दे को लेकर अपने समर्थकों के साथ सड़क पर भी उतर पड़े। उन्होंने नेशनल हाईवे जाम कर दिया।
बीजापुर जिले के तारलागुड़ा में अवैध रेत भंडार से जिला प्रशासन की टीम ने 72 टिप्पर रेत जप्त की थी। इसके अलावा रेत भंडारण के लिए दर्जनों पेड़ों की हुई कटाई भी जांच के दायरे में है। यह मामला बीजापुर जिले में सियासी सबब बना हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं। पीसीसी चीफ दीपक बैज के निर्देश पर रविवार को बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी के नेतृत्व में 7 सदस्यीय कांग्रेस का जांच दल जिले के भोपालपट्टनम विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत तारलागुड़ा, भद्राकाली, अटुकपल्ली, चंदुर एवं तिमेड़ पंचायतों के दौरे पर पहुंचा। कांग्रेस के नेता पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय ग्रामवासियों से भेंट और चर्चा कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए। दल ने रेत खदानों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान विधायक विक्रम मंडावी ने प्रेसवार्ता में कहा कि सत्ताधारी भाजपा के नेताओं द्वारा रेत माफियाओं से मिलकर कर रेत की अवैध तस्करी की जाने व ग्राम पंचायतों पर रेत माफियाओं को ठेका देने का दबाव बनाने के मामले की जांच की गई। अवैध रेत उत्खनन और परिवहन की गंभीर शिकायतें कांग्रेस के जांच दल को मिली हैं। जांच रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को जल्द सौंप दी जाएगी। कांग्रेस के जांच दल ने तारलागुडा में प्रेस वार्ता भी की। पत्रकारों को संबोधित करते हुए बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि ग्राम पंचायत तरलागुड़ा, भद्राकाली, अटुकपल्ली, चंदूर एवं तिमेड़ में शासन द्वारा ग्राम पंचायतों को रेत खदानें आवंटित की गई थीं। लेकिन रेत माफियाओं से सांठ-गांठ कर और सरकार की धौंस दिखाकर रेत खनन का ठेका दिलाने, रेत बेचने और छत्तीसगढ़ से तेलंगाना राज्य में अवैध रूप से रेत परिवहन करने का काम भाजपा के नेता कर रहे हैं। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि अवैध रेत खनन में पूर्व वन मंत्री और भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार की अहम भूमिका है। सरपंचों और सचिवों पर रेत खदान का ठेका दिलाए जाने को लेकर वे डरा धमका रहे हैं। विधायक ने कहा कि सरपंचों और सचिवों को लगातार डरा धमकाकर रेत माफियाओं को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। इस पूरे मामले में खनिज विभग, वन विभाग, पंचायत विभाग , पुलिस विभाग की भूमिका भी संदिग्ध है। बाहरी राज्यों के रेत तस्करों द्वारा लगातार इन क्षेत्रों के लोगों को डराया, धमकाया जा रहा है। खनिज विभाग के अधिकारी व प्रशासन का कोई भी अधिकारी इस क्षेत्र में दौरा तक नहीं कर रहा है। रेत तस्कर अवैध रूप से खुलेआम रेत खनन कर रहे हैं। विधायक मंडावी ने कहा कि रेत तस्करों द्वारा नक्सलियों के नाम से भी धमकियां दी जा रही हैं। ऐसे में कहीं न कहीं नक्सलियों की भी भूमिका भी इसमे है। पुलिस द्वारा भी बड़े पैमाने पर रेत तस्करों से वसूली की जा रही है। विधायक विक्रम मंडावी ने यह भी कहा कि लगातार मीडिया में रेत माफियाओं की खबरें आने के बावजूद प्रशासन और खनिज विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। विधायक ने कहा आदिवासी के मुख्यमंत्री बनने से ऐसा लग रहा था कि अब प्रदेश का जल, जंगल और जमीन सुरक्षित होगा। लेकिन भाजपा नेता ही जल, जंगल और ज़मीन को बेचने का काम कर रहे हैं।
हाईवे पर लगाया जाम
तारलागुडा में विधायक और कांग्रेसियों ने नेशनल हाईवे 163 पर धरना देते हुए चक्का जाम कर दिया। विधायक विक्रम मंडावी भी तारलगुड़ा में धरने पर बैठ गए। लेकिन कोई भी अधिकारी वहां नहीं पहुंचा। विधायक ने भाजपा सरकार से मांग करते हुए कहा कि बीजापुर जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई हो। ऐसा नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन और रेत तस्करी के मामलों को लेकर कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। जांच दल के साथ सैकड़ों कांग्रेसियों का चक्काजाम जारी रहा। जिला प्रशासन के किसी भी अधिकारी के तारलागुडा नहीं पहुंचने पर विधायक विक्रम मंडावी ने सख्त नाराजगी जताई है।