- मोरमेड़ के जियो मोबइल टॉवर में लगा दी आग
- मामला बीजापुर के तोयनार थाना क्षेत्र
–अर्जुन झा–
जगदलपुर आदिवासी हितैषी होने का ढिंढोरा पीटने वाले नक्सलियों की सच्चाई यह है कि वे बस्तर संभाग के आदिवासियों को आधुनिक सुख सुविधाओं से दूर रखना चाहते हैं। मोबइल कनेक्टिविटी से बस्तर के आदिवासियों का जीवन आसान हो रहा है, मगर यह जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों के हक की दुहाई देते हुए अपनी रोटी सेंकने वाले नक्सलियों को रास नहीं आ रहा है। यही वजह है कि अब वे फिर से मोबइल टॉवर को निशाना बनाने लगे हैं। ताजा मामला बीजापुर जिले के तोयनार थाना क्षेत्र के ग्राम मोरमेड़ का है। जहां नक्सलियों ने जिओ कंपनी के मोबाईल टॉवर में आगजनी की है।
1 व 2 दिसंबर की दरम्यानी रात सामान्य ग्रामीणों की वेशभूषा में पहुंचे कुछ नक्सलियों ने बीजापुर जिले के तोयनार थाना क्षेत्र के ग्राम मोरमेड़ में निजी क्षेत्र की दूर संचार कंपनी जिओ द्वारा स्थापित मोबाईल टॉवर के में आग लगा दी। आग टॉवर के निचले हिस्से में स्थित जनरेट कक्ष में लगाई गई है। इससे पूरा जनरेटर, अन्य उपकरण और पूरी वायरिंग जल गई है। इसके चलते जिओ सेलफोन का नेटवर्क बैठ गया है। संचार सेवा ठप हो जाने से ग्रामीण दूर दराज में रहने वाले अपने परिचितों व रिश्तेदारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। वहीं डिलवरी, व गंभीर बीमारी की हालत में मरीजों व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस या स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं बुलवा पा रहे हैं।बीजापुर के एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्ना आगजनी की पुष्टि करते हुए बताया कि घटना को अंजाम देने वाले नक्सलियों की पतासाजी की जा रही है। वहीं जिओ प्रबंधन की ओर से इस सबंध में थाना तोयनार में आवेदन प्रस्तुत किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना स्थल से नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी द्वारा जारी पर्चा मिला है। मोरमेड़ में संचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यूएसओएफ योजना के तहत ग्राम पंचायत मोरमेड़ में जियो का मोबाइल टॉवर स्थापित किया गया था। ऐसे
जन कल्याणकारी कार्यो के विरोधी नक्सलियों द्वारा बौखलाहट में इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। एक ओर तो नक्सली अपने तथाकथित संघर्ष को आदिवासियों के हितों की लड़ाई करार देते हैं, वे दावा करते हैं कि हम बस्तर के आदिवासियों को यहां के जल, जंगल और जमीन का अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आदिवासियों को सुविधाओं से वंचित कर रहे हैं। नक्सलियों का यह दोहरा चरित्र आगजनी की इस घटना से उजागर हो गया है।