- जवानों से चर्चा कर बढ़ाया हौसला, मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी साथ रहे
- चौपाल में शाह ने युवाओं व ग्रामीणों से की खुलकर बातचीत
जगदलपुर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को दोपहर बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के अति संवेदनशील क्षेत्र व नक्सलगढ़ गुंडम में पहुंचे। गृहमंत्री के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे।
हेलीकॉप्टर से दोपहर 12 बजे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुडंम पहुंचे। जहां प्रदेश व जिले के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। हेलीपैड से सीधे सीआरपीएफ के 153 कैंप पहुंचे, जहां जवानों के साथ लंबी चर्चा करते हुए अमित शाह ने उनका हौसला बढ़ाया। जवानों के साथ चर्चा में गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में मिल रही सफलता पर जवानों की ऐसी कार्रवाई की प्रशंसा की। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने पेड़ के नीचे खाट पर बैठकर चौपाल लगाई। चौपाल में वे युवाओं और ग्रामीणों से रूबरू हुए। गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलियों के कारण आपका इलाका विकास से दूर था। नक्सलियों ने इस क्षेत्र को अपने कब्जे में रखा था। अब कैंप स्थापित हो रहे हैं, अब डरने की बात नहीं है। जवान आपकी सुरक्षा करेंगे तथा क्षेत्र में अब तेजी से विकास कार्य भी होगें। ग्रामीणों को बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल व राशन की सुविधाएं मिलने लगेंगी। शासन की समस्त योजनाओं का लाभ अब मिलने लगेगा। गृहमंत्री ने ग्रामीणों के लिए आवास की सुविधा भी एक साल में कराने की बात कही है।
गुंडम स्कूल में बच्चों से की बात
गृहमंत्री अमित शाह गुंडम की प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले बच्चों से भी मिलकर बात की। गृहमंत्री ने बच्चों की नियमित उपस्थिति तथा दर्ज संख्या बढ़ाने के लिए महिला समूह को प्रोत्साहित करने की जरुरत बताई। गृहमंत्री अमित शाह के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, प्रदेश स्तर के अधिकारी, सीआरपीएफ डीजीपी, आईजी बस्तर, डीआईजी, कलेक्टर संबित मिश्रा, एसपी जितेंद्र यादव सहित जिला स्तर के अधिकारी मौजूद थे। केंद्रीय गृहमंत्री के गुंडम दौरे के मद्देनजर सीमावर्ती तेलंगाना व क्षेत्र के 10 किमी के एरिया में सुरक्षा जवानों को तैनात किया गया था।
नक्सलियों का कोर एरिया
विदित हो कि गुंडम नक्सलियों का कोर क्षेत्र रहा है। यहां बीजापुर पुलिस द्वारा लगभग एक साल पहले कैंप स्थापित कर नक्सलियों के गढ़ में कब्जा किया गया है। सुरक्षा बलों की गतिविधियों के कारण यह क्षेत्र अब धीरे-धीरे विकास की राह पर है। कैंप स्थापित होने से ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध होने लगी हैं। सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने से लोगों आवागमन की सुविधाएं भी मिलने लगी है।