स्वास्थ्य मंत्री ने किया दंतेवाड़ा जिला अस्पताल का निरीक्षण, बोले- मेरी मंशा सिर्फ काम करने की

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार से विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर हैं और आज से ही स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव भी निरीक्षण पर है। बघेल ने अपने दौरे की शुरूआत सिंहदेव के क्षेत्र से की है तो सिंहदेव ने बस्तर के दंतेवाड़ा में अपना पहला निरीक्षण किया। उन्होंने यहां जिला अस्पताल का दौरा किया। दवाओं की एक्सपायरी डेट देखी, मरीजों-डाक्टरों से बात की और साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर नाराजगी जताई। इसी दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और वे खुद लोगों के बीच जा रहे हैं जिससे जनता की बेहतरी के लिए काम किया जा सके। हमारी मंशा सिर्फ काम करने की है।

दंतेवाड़ा पहुंचकर टीएस सिंहदेव ने बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के दर्शन किए। फिर जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां दवाइयों की एक्सपायरी डेट्स देखी। मरीजों से बातकर समस्या जानी। साथ ही पूरे अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में जाना।

संयोग है कि वे और मुख्यमंत्री एक साथ दौरे पर निकले

आज से ही दौरा मुख्यमंत्री और उनका दौरा एक साथ शुरू हो रहा है इसे लेकर विपक्ष कई तरह की बातें कर रहा है के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से सारे मंत्री दौरा करते हैं। यदि हम लोग कुछ करते हैं तो वे इसे दूसरे नजर से देखते हैं। यदि मैं दौरा न करूं तो यह होगा कि मंत्री बैठा हुआ है। मुख्यमंत्री जी दौरा न करें तो कहेंगे कि वे दौरा नहीं करते। क्षेत्र का दौरा करना हमारे लिए लाजमी है और हमारी प्राथमिक जवाबदारी भी है। स्वास्थ्य कारणों से मैं दौरा नहीं कर पाया था। ये संयोग हुआ कि उनका भी दौरा इसी समय निकल रहा है और मेरा भी। अंततः काम तो एक ही है, लोगों के बीच जाकर उनकी बातें सुनना।

बीजापुर के कांग्रेस नेता और युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह के अपने ही विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने और उनके निष्कासन पर टीएस ने कहा कि मेरे खिलाफ भी एक विधायक का बयान आया था कि मुझे जान का खतरा है। पर यह मामला एक अलग तरीके से डील हुआ था। कोई पार्टी से निष्कासित नहीं हुआ। यह जरूरी नहीं है कि किसी पर एक्शन हो जाए तो उसके लिए दरवाजे बंद हो गए हों। अपील के भी प्रावधान होते हैं। विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली बात पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि सब को अपनी मर्यादा और संयम का ख्याल रखना चाहिए। यदि कोई बात हुई है तो आगे भी परिस्थितियां खुली रहेंगी।

दंतेवाड़ा में खुल सकता है मेडिकल कॉलेज

मीडिया ने दंतेवाड़ा में मेडिकल कॉलेज खुलने से बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा इन तीन जिलों के लोगों को फायदा मिलने की बात कही इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए राशि देने का प्रावधान केंद्र सरकार का होता है। CG में अभी 3 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। एक कॉलेज के पीछे लगभग 325 करोड़ रुपए का खर्च हो रहा है। कवर्धा और जांजगीर चांपा में 2 और मेडिकल कॉलेज खोलने की सरकार की तरफ से पहल हो गई है। उसी तर्ज पर दंतेवाड़ा में भी संभावना है। यहां पर मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता भी है। UPA की सरकार में एक नीति निर्धारण हुआ था कि देश के हर जिलों में मेडिकल कॉलेज होना चाहिए। दिक्कत यह आती है कि मेडिकल कॉलेज के लिए अच्छे डॉक्टर्स नहीं मिलते हैं। दंतेवाड़ा में एक जमीन सुरक्षित करके रखी जानी चाहिए कि भविष्य में मेडिकल कॉलेज इस जगह पर बनाया जाए।