20 साल से सक्रिय रहे नक्सली दिनेश मोड़ियम ने खोली बाहरी बड़े नक्सली लीडर्स की पोल

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  • स्वार्थ के लिए बस्तर के आदिवासियों का उपयोग कर रहे हैं बड़े लीडर
  • दिनेश ने सराहा सरकार की आत्मसमर्पण नीति को
  •  कहा- आज मुझे नया जीवन दे दिया सरकार ने
  •  बस्तर के भटके युवाओं से लौट आने की अपील भी 

अर्जुन झा

जगदलपुर बस्तर संभाग में पहली बार एक मोस्ट वांटेड पुराने नक्सली ने पुलिस और मीडिया कर्मियों के सामने बड़े एवं बाहरी नक्सली लीडर्स की पोल खोल कर रख दी। दिनेश पोड़ियम नामक इस नक्सली ने खुलकर कहा कि बाहरी एवं बड़े नक्सली लीडर बस्तर से धन लूटकर अपने घर भर रहे हैं, स्थानीय आदिवासियों का उपयोग अपने स्वार्थ के लिए कर रहे हैं।

दरअसल बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में गंगालूर एरिया कमेटी के सक्रिय 17 नक्सलियों ने नक्सल विचारधारा से तौबा करते हुए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इनमें 20 साल से सक्रिय ईनामी नक्सली दिनेश मोड़ियम और उसकी पत्नी भी शामिल हैं।इन आत्मसमर्पण करने वालों में 24 लाख रूपये के ईनामी 9 नक्सली सहित कुल 17 नक्सली शामिल हैं। समर्पण करने वाले नक्सलियों में

डीवीसीएम-1, एसीएम-2, मिलिशिया प्लाटून कमांडर-2, जनताना सरकार अध्यक्ष-1, डीएकेएमएस अध्यक्ष-1, पार्टी सदस्य-1, केएएमएस अध्यक्ष-1, जनताना सरकार उपाध्यक्ष-2 प्लाटून डिप्टी कमांडर-1, जनताना सरकार सदस्य-4, जीपीसी सदस्य-1 शामिल हैं। गंगालूर एरिया कमेटी डीव्हीसीएम दिनेश मोड़ियम ने एसीएम पत्नी के साथ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। बीजापुर जिले में अब तक 65 नक्सली आत्मसमर्पण, कर चुके हैं, 137 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं और 6 नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से तथा छग शासन की पुनर्वास एवं आत्मसर्पण नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर गंगालूर एरिया कमेटी 17 नक्सलियों ने 13 मार्च को उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, सीआरपीएफ के डीआईजी बीजापुर देवेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ जितेंद्र कुमार यादव, कमांडेंट वीरेंद्र सिंह, सुनील कुमार राही, कुमार मनीष, आनंद कुमार, अमित कुमार, अशोक कुमार, संतोष कुमार मल्ल, नरेश पवार, पुष्पेंद्र कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल अभियान मयंक गुर्जर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गर्वना, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल सुदीप सरकार, शरद कुमार जायसवाल के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

आत्मसमर्पित माओवादियों में दिनेश मोड़ियम ऊर्फ बदरू मोड़ियम डीव्हीसीएम, ईनाम 8 लाख, ज्योति ताती ऊर्फ कला मोड़ियम एसीएम ईनाम 5 लाख, दुला कारम एसीएम, गगांलूर एलओएस कमांडर, ईनाम 5 लाख, भीमा कारम आरपीसी मिलिशिया प्लाटून ए सेक्शन कमांडर ईनाम 1 लाख, शंकर लेकाम आरपीसी अध्यक्ष ईनाम 1 लाख, सोमा कारम आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष ईनाम 1 लाख, मंगू कड़ती आरपीसी मिलिशिया प्लाटून कमांडर, ईनाम 1 लाख, मोती कारम आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष ईनाम 1 लाख, अरविंद हेमला ऊर्फ आयतू हेमला दक्षिण सब जोनल ब्यूरो, पार्टी सदस्य ईनाम 1 लाख रूपये, आयतू कारम ऊर्फ ताकिड़ आरपीसी सदस्य,

सुक्कू पूनेम आरपीसी सदस्य, हिड़मा सोढ़ी आरपीसी सदस्य,सोमा कारम ऊर्फ लिंगा आरपीसी सदस्य, अर्जुन मड़कम आरपीसी जीपीसी सदस्य, सोमारू ताती आरपीसी उपाध्यक्ष, हुंगा कारम ऊर्फ लच्छू कारम आरपीसी उपाध्यक्ष, सन्नू कारम ऊर्फ कांति कारम एड़समेटा आरपीसी शामिल हैं। दिनेश मोड़ियम के खिलाफ बीजापुर जिले के अलग-अलग थानों में 26 अपराध दर्ज हैं एवं 82 स्थाई वारंट लंबित हैं। ज्योति ताती ऊर्फ कला मोड़ियम पर बीजापुर के अलग- अलग थानों में 7 अपराध एवं 11 स्थाई वारंट लंबित हैं। दुला कारम के खिलाफ 10 स्थाई वारंट, हुंगा कारम के खिलाफ 3 स्थाई वारंट औरआयतु कारम के खिलाफ एक स्थाई वारंट लंबित हैं

आदिवासियों के दुश्मन हैं नक्सली

इस दौरान दिनेश मोड़ियम ने कहा कि बाहर से आए बड़े नक्सलीलीडर बस्तर के आदिवासियों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वे जल, जंगल, जमीन पर अधिकार का भ्रम फैलाकर बस्तर के आदिवासियों का सहारा लेते हैं और ठेकेदारों से उगाही कर अपने घर भर रहे हैं। वे बस्तर के आदिवासियों को सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाओं के लाभ से अलग रख अपना स्वार्थ पूरा कर रहे हैं। उनकी मर्जी के मुताबिक न चलने पर नक्सल संगठन में शामिल स्थानीय युवाओं को प्रताड़ित किया जाता है। वे खुद ऐश करते हैं और यहां के लोगों को भूखारखा जाता है। दिनेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति और नियद नेल्लानार योजना हमारे हित में हैं। जिले में हो रहे विकास कार्य, तेजी से बनती सड़कें, गांवों तक पहुंच रही विभिन्न सुविधाओं ने हम लोगों में विश्वास जगाया है। दिनेश मोड़ियम ने कहा कि मैंने अपने जीवन के 20 साल नक्सल संगठन में काम करते हुए गुजारे हैं। आत्मसर्पण करने के बाद आज मुझे लग रहा है कि मैं अंधेरे से निकल कर उजाले में आ गया हूं।दिनेश ने नक्सली भाई बहनों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ें। अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन समाज के साथ मिलकर करें और शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में सहयोग दें।

भटके युवाओं से एसपी की अपील

एसपी बीजापुर डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि सरकार की पुनर्वास नीति के फायदे, भूमि, घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। कम्युनिटी पुलिसिंग के दौरान आत्मसमर्पण की अपील कर नक्सल विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते हैं। हम सभी नक्सली भाई- बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा से बाहर निकलने का समय आ गया है। समाज की मुख्यधारा से जुड़ें और निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत करें। डॉ. यादव ने बताया कि आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रूपए की नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।