बच्चों को पोलियो ड्राप की जगह आइस पानी पिलाने पर सुपरवाइजर को हटाया

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  • स्वास्थ्य परीक्षण में सभी बच्चे पाए गए स्वस्थ
  • बीएमओ पर कार्रवाई न होने को लेकर सवाल
    -अर्जुन झा-
    जगदलपुर बस्तर संभाग के सुकमा जिले में बच्चों को पोलियो ड्राप की जगह आइस बॉक्स का पानी पिलाए जाने के मामले में स्वास्थ्य सुपरवाईजर को हटा दिया गया है। वहीं अन्य कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है। वहीं इस अति गंभीर मामले में जिस खंड चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही बनती है, उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है। इधर स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिन बच्चों को आइस वाटर पिलाया गया था, उनके स्वास्थ्य पर जरा भी विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा है।
    उल्लेखनीय है कि सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के एलमागुड़ा में पोलियो ड्रॉप की जगह आइस पैक पिलाए जाने की घटना सामने आई थी। इस मामले में वहां के सुपरवाइजर को हटा दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया ने बताया कि एलमागुण्डा में पल्स पोलियों के दौरान आइसपैक का पानी पिलाने की सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त हुई थी, जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए जांच दल गठित किया गया और एलमागुड़ा के सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि जांच में किसी भी बच्चे को पानी पीने से किसी प्रकार का कोई स्वास्थ्यगत परेशानी या लक्षण नहीं देखा गया। उन्होंने बताया कि 4 मार्च को पुनः कोंटा के खंड चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में मेडिकल टीम एलमागुड़ा भेजी गई, जिसके द्वारा इन बच्चों का पुनः स्वास्थ्य जांच करने के साथ ही उक्त इलाके में पोलियो ड्रॉप की खुराक से छूटे हुए बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। साथ ही उन्होंने बताया कि आईसपैक को आईस जमाने से पहले अच्छी तरह से धोकर साफ पानी भरा जाता है। उसमें किसी भी तरह का कोई केमिकल नहीं मिलाया जाता है।