13 नवंबर 2020 को कलाकार कृत सोनहा बादरछत्तीसगढ़ी लोक कला मंच चिटौद (गुरुर) जिला बालोद (छ.ग.) के विधिवत नामकरण के पश्चात् 25 नवम्बर से सोनहा बादर की कार्यशाला का शुभारम्भ सोनहा बादर के प्रधान कार्यालय चिटौद (गुरुर) जिला बालोद (छ.ग.) की पावन भुइया मे हो गया है,गीत वाद्य नृत्य अभिनय के माध्यम से संगीत सेवा करते हुए नए बच्चों के प्रतिभा को निखारना, जनमानस मे सार्थक सदेश पहुंचाना,माटी के गीत, सुआ, करमा, ददरिया,बिहाव गीत गौरा गौरी गीत, पंथी, जस, राउत नृत्य जैसे छत्तीसगढ़ के विशाल पारम्परिक लोक गीतों को, साथ साथ श्रृंगार, विरह, श्रम गीत, बस्तरिया, प्रेम समर्पण, तीज त्योंहार,के लोक गीत नृत्य को, सुमधुर गीत संगीत के साथ, मनमोहक नृत्य, अभिनय आप सभी को शीघ्र ही मंच के माध्यम से सोनहा बादर के लोक मंच मे देखने को मिलेगा, 40-45 संगीत साधको का यह सोनहा बादर परिवार जनमानस का हृदयरंजन एवं सार्थक सन्देश पहुंचाने का उद्देश्य अपने हृदय मे आत्मसात कर अपने अपने विधा के साथ पूर्ण समर्पण के साथ संगीत साधना मे लग चुके है,कार्यशाला मे ख्यातिनाम नृत्य निर्देशको, संगीतकारो, ग्रामीण जनो के साथ साथ छत्तीसगढ़ के कला संगीत मर्मज्ञों, वरिष्ठ जनो, का मार्गदर्शन आशीर्वाद निरंतर मिलता आ रहा है