वन विभाग के अधिकारियों को लखेश्वर बघेल ने बताया नकारा

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  • डुरकाबेड़ा और पखना कोंगरा में प्रोजेक्ट की लेटलतीफी से बिफरे बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष
  • निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और पेड़ों की अवैध कटाई पर भी हुए नाराज
  • विधायक ने चेताया – अब नहीं चलेगी आप लोगों की मनमानी


जगदलपुर बस्तर सामान्य वनमंडल अंतर्गत बकावंड परिक्षेत्र के अधिकारी -कर्मचारियों पर बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष एवं बस्तर क्षेत्र के विधायक लखेश्वर बघेल भड़क उठे और उन्होंने अधिकारी कर्मचारियों को नकारा तक कह डाला। बेहद शांत और सौम्य स्वभाव वाले बघेल के रौद्र रूप को देख परिक्षेत्र अधिकारी राजकुमार ध्रुव बगले झांकते नजर आए।
बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने सोमवार को अपने गृह क्षेत्र बकावंड के दुरकाबेड़ा में चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे। वन विभाग के अधिकारी सौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत को चरितार्थ करते नजर आए। बेंत की झुरमुट से आच्छादित प्राकृतिक उपजन कुंड दुरकाबेड़ा और तोंगकोंगेरा का संरक्षण, संवर्धन कर इसे पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित करना श्री बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। श्री बघेल पहले कई दफे कह चुके हैं कि इस काम को जल्द से जल्द पूरा कराया जाए, किंतु यह काम काफी धीमी गति से चल रहा है। काम की सुस्त चाल और अधिकारियों की मनमानी की बानगी देख बस्तर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष एवं विधायक लखेश्वर बघेल बुरी तरह बिफर पड़े। अपने शांत, सौम्य और सरल स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले श्री बघेल ने मौके पर मौजूद वन विभाग के बकावंड परिक्षेत्र के रेंजर राज कुमार ध्रुव पर जमकर भड़ास निकली, उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई।
बघेल ने कहा कि जब वे जिला पंचायत अध्यक्ष थे तबसे इसे पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित कराने प्रयासरत हैं। लगातार पहल कर सरकार से दोनों प्रोजेक्ट के लिए करोड़ों रुपयों का अनुदान स्वीकृत कराया है। इन दोनों प्रोजेक्ट्स पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी रुचि दिखाई है, मगर अफसोस की बात है कि दोनों प्रोजेक्ट वन विभाग के नकारा अधिकारियों के निकम्मेपन और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं। प्राधिकरण अध्यक्ष श्री बघेल ने मौके पर मौजूद रेंज अधिकारी राजकुमार ध्रुव से कहा कि इन ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए राशि की कमी नहीं होगी। जितनी राशि की जरूरत पड़ेगी, उपलब्ध कराई जाएगी। शर्त ये है कि दोनों प्रोजेक्ट हर हाल में मेरे इसी कार्यकाल के पहले ही पूरे हो जाने चाहिए। इस दौरान श्री बघेल के संज्ञान में यह बात भी आई कि इन दोनों प्रोजेक्ट के लिए प्राप्त सरकारी राशि में हेराफेरी की गई है। इस पर भी बघेल ने कड़ी नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारी से राशि की रिकवरी करने के निर्देश दिए।
अवैध कटाई, भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठा
विधायक लखेश्वर बघेल के समक्ष अनेक ग्रामीणों और कांग्रेस नेताओं ने रेंजर के भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा खोलकर रख दिया। ग्रामीणों ने विधायक श्री बघेल को बताया कि बकावंड वन परिक्षेत्र के जुनावनी, झार उमरगांव, उलनार, कोसमी, आदि गांवों के जंगलों में पेड़ों की छंटाई की आड़ में बेतहाशा अवैध कटाई की गई है, जंगल की सुरक्षा के लिए तटबंध निर्माण तथा ग्राम पंचायत कोसमी के एकटगुड़ा पारा में देवगुड़ी स्थल संरक्षण कार्य में वन विभाग के रेंजर ध्रुव ने भारी भ्रष्टाचार किया है। इतना सुनते ही श्री बघेल का पारा फिर से सातवें आसमान पर जा चढ़ा। दरअसल देवगुड़ी स्थल संरक्षण के लिए बघेल की पहल पर ही केंद्रीय कैम्पर मद से तीन लाख रु. की स्वीकृति मिली थी। रेंजर ने इस कार्य में भी लूट मचाते हुए घटिया स्तर का काम कराया है। इसकी जानकारी मिलने पर श्री बघेल ने लोगों की भीड़ के सामने रेंजर ध्रुव की क्लास लगा दी। रेंजर को बाज आने की चेतावनी भी बघेल ने दे डाली।