बस्तर में ऐसे में फिर कैसे तर पायेगी कांग्रेस…सांसद और विधायकों में खींचतान शुरू, सीएम बघेल का चढ़ा पारा

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अर्जुन झा – जगदलपुर।

बस्तर की 12 सीटों पर भाजपा का सफाया करने के साथ ही बस्तर लोकसभा सीट पर भी काफी इंतजार के बाद कब्जा करने वाली कांग्रेस में गुटबाजी का पुराना रोग फिर उभर रहा है। विधायकों और सांसद के बीच खींचतान शुरू हो गई है और ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि बस्तर लोक सभा के तहत आने वाली 8 विधानसभा सीटों पर इस रोग का असर आगे चलकर पड़ सकता है। चर्चा चल पड़ी है कि बस्तर सांसद हर जगह अपने प्रतिनिधि तैनात कर रहे हैं और इस तरह विधायकों को यह नागवार गुजर रहा है कि उनके क्षेत्र में सांसद के चहेते जलवा अफरोज हो रहे हैं। इसके साथ ही बोधघाट पर कांग्रेस की आंतरिक राजनीति ने भी असर दिखाना शुरू कर दिया है।

कांग्रेस के गलियारों में यह चर्चा जमकर चल रही है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहमति के बिना बोधघाट के प्रभावितों को एक खास मौके पर सांसद ने मुलाकात के लिए बुला लिया। इस मौके पर मौजूद विधायकों से जब मुख्यमंत्री ने इस तरह आने का कारण पूछा तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कह दिया कि उन्हें सांसद ने बुलाया है इस पर मुख्यमंत्री का पारा चढ गया। खबर तो यह भी सामने आ रही है कि सीएम ने इस तरह के क्रियाकलापों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सांसद जी की क्लास भी ले डाली। हकीकत क्या है, यह तो वही जानें, लेकिन जिस तरह से इस मामले में चर्चाओं का बाजार गर्म है, उससे यह तो जाहिर है कि बोधघाट को लेकर कांग्रेस में अंदरूनी राजनीति का दौर शुरू हो गया है और यह आने वाले समय में कांग्रेस की मुसीबत का कारण बन सकता है।

एक समय था, जब बस्तर में कांग्रेस के नाम का डंका बजता था लेकिन कांग्रेसियों की अंदरूनी खींचतान की वजह से भाजपा को मौका मिला और उसने लगातार लोकसभा सीट के साथ ही इलाके की विधानसभा सीटों पर अपना झंडा गाड़ कर रखा। डेढ़ दशक तक राज्य की सत्ता से बाहर रही कांग्रेस ने बहुत संघर्ष किया, उसके प्रदेश नेतृत्व ने बहुत मेहनत की, जिसका फायदा यह हुआ कि बस्तर की सभी सीटों के साथ ही लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस ने अपना पुराना गौरव हासिल कर लिया। आज बस्तर में कांग्रेस का मखमली बिस्तर बिछा हुआ है लेकिन इसके लिए बहुत पसीना बहाया गया है। जिन कारणों से कांग्रेस बस्तर में श्रीहीन हुई थी, उन कारणों से अब उसे बच कर चलना होगा। अन्यथा भविष्य में वह भाजपा जैसी स्थिति का शिकार हो सकती है।